ताउम्र का साथ मिलता कहाँ है ख्वाहिश तुम्ही हो मेरी जिंदगी के : श्वेता दीप्ति, मुशायरा मेरठ में
१० डिसेम्बर २०१८ | मेरठ लिटरेरी फेस्टिवल के पहले दिन सांध्यकालीन मुशायरा का आयोजन किया गया ।जिसमें श्री बसंत चौधरी, मीनाक्षी तन्हा, दिलदार देहलवी, गजलगो बेदिल, , श्वेता दीप्ति,मनीष कुमार, विजय कुमार, कंचना झा, आदि ने शिरकत की ।
हासिल तुम ही हो मेरी जिंदगी के वजह भी तुम्ही हो मेरी जिंदगी के। तेरा साथ कोई सपना नही है साथी तुम ही हो मेरी जिंदगी के । सहारा हर एक मोड़ पर दोगे तुम उम्मीद तुम हो मेरी जिंदगी के । रस्ता न मंजिल न चाहत कोई है यकीन भी तुम ही हो मेरी जिंदगी के । ताउम्र का साथ मिलता कहाँ है ख्वाहिश तुम्ही हो मेरी जिंदगी के ।






