राजपा की वार्षिकोत्सवः सरकार के प्रति निराशा ! मुद्दा वही पुराना- ‘संविधान संशोधन’ !
काठमांडू, २१ अप्रील । राष्ट्रीय जनता पार्टी (राजपा) नेपाल ने तीसरा वार्षिकोत्सव मनाया है । तीन साल पहले तत्कालीन संयुक्त लोकतान्त्रिक मधेशी मोर्चा में आवद्ध ६ राजनीतिक दल मिलकर राजपा नेपाल गठन हुआ था । पार्टी एकीकरण मिति वैशाख ७ गतेको आधार मान कर राजपा नेपाल तीन सालों से वार्षिकोत्सव मनाता आ रहा है । लेकिन गत साल की वार्षिकोत्व में राजपा नेपाल में आवद्ध नेताओं की जो प्रतिक्रिया रही, आज भी लगभग वही है । हां, गत साल नेता लोग तत्कालीन सरकार के प्रति कुछ आशावादी दिखाई दिए थे, आज सरकार के प्रति निराशा और आक्रोश व्यक्त कर रहे हैं ।
पार्टी की आन्तरिक राजनीति के बारे में गत साल पार्टी के शीर्ष नेता कह रहे थे कि अब ५–७ महीनों के भीतर पार्टी महाधिवेशन की जाएगी, लेकिन एक साल बाद भी उन लोगों के पास वही जवाफ है । यूं कहे तो पार्टी महाधिवेशन के संबंध में नेताओं में विरोधाभाषपूर्ण अभिव्यक्ति भी दिखाई देने को मिला । विशेष महाधिवेशन करना है या पूर्ण महाधिवेशन, अध्यक्ष मण्डल में रहे शीर्ष नेता ही इसमें फरक मत रखते हैं ।
अध्यक्ष मंडल के संयोजक रहे नेता शरदसिंह भण्डारी कहते हैं कि सरकार राजपा के प्रति उदासिन होते जा रही है, मधेश की मांग सम्बोधन के लिए तैयार नहीं है । लेकिन उनका यह भी कहना है कि राजपा नेपाल संविधान संशोधन करा कर ही रहेगी । उन्होंने कहा– ‘कल से पार्टी पदाधिकारी बैठक होने जा रहा है, संविधान संशोधन और सरकार के संबंध में क्या करना है, बैठक से निर्णय किया जाएगा ।’ नेताओं को कहना है कि कार्यकर्ताओं की भावना अनुसार ही पार्टी आगे बढ़ेगी ।
तीन साल तक पार्टी महाधिवेशन क्यों नहीं हो पाया ? अध्यक्ष मण्डल के नेता राजेन्द्र महतो कहते हैं– ‘तीन साल तक महाधिवेशन ना होना दुःखद है । लेकिन पार्टी की बाध्यता भी है कि हम लोग संविधन संशोधन के लिए लड़ रहे हैं । गत साल चुनाव के कारण भी हम लोग महाधिवेशन के लिए काम नहीं कर पाए । अब एक नेतृत्व और सामूहिक निर्णय के लिए विशेष महाधिवेशन होना चाहिए ।’ दूसरे नेता महन्थ ठाकुर को कहना है कि जो भी करना है, कार्यकर्ताओं की भावना अनुसार करना है । उन्होंने कहा कि अब सरकार के विरुद्ध संघर्ष के साथ आगे बढ़ने की जरुरत है ।
इसीतरह अध्यक्ष मण्डल के सदस्य अनिल झा कहते हैं कि आज प्रधानमन्त्री केपीशर्मा ओली के कारण पूरे देश बन्धक बन रहा है । उन्होंने कहा– ‘प्रधानमन्त्री के कारण ही आज देश समस्याग्रस्त बनता जा रहा है । संविधान संशोधन के लिए हम लोग लड़ रहे हैं, लेकिन प्रधानमन्त्री सुनते ही नहीं ।’ उनका यह भी कहना है कि प्रदेश नं. २ सरकार भी संघ के प्रति निराश है । अध्यक्ष मण्डल के सदस्य राजकिशोर यादव को भी मानना है कि सरकार संघीयता समाप्त करने की दिशा में अग्रसर हो रहा है । उन्होंने कहा– ‘केन्द्र सरकार संघीयता समाप्त करने की षडयन्त्र में है, लेकिन राजपा नेपाल उसको असफल बना देगी ।’ पार्टी के आन्तरिक राजनीति के संबंध में नेता यादव को कहना है कि विशेष महाधिवेशन नहीं, पूर्ण महाधिवेशन होना चाहिए । नेताओं को कहना है कि नेतृत्व चयन कार्यकर्ताओं की तह से होना चाहिए ।
वार्षिकोसत्व कार्यक्रम में नेपाली कांग्रेस के सभापति शेरबहादुर देउवा, तत्कालीन मन्त्रिपरिषद् के अध्यक्ष खिलराज रेग्मी, परराष्ट्र मन्त्री प्रदीप ज्ञावली, राष्ट्रीय प्रजातन्त्र पार्टी के अध्यक्ष पशुपति शमशेर राणा, नयां शक्ति पार्टी के संयोजक बाबुराम भट्टराई लगायत विभिन्न राजनीतिक दल के नेता, कुटनीतिक नियोग के पदाधिकारी जैसे व्यक्तित्व सहभागी थे ।