विश्व बैंक द्वारा नेपाल काे पचास मीलियन डालर का ऋण
काठमाडौं :
विश्व बैंक ने प्राकृतिक प्रकोप तथा स्वास्थ्यसम्बन्धी विपद् न्यूनीकरण करने के लिए नेपाल काे ६ अर्ब रुपयाँ (५० मिलियन अमेरिकी डलर) बराबर का ऋण सहयोग किया है। रोग से हाेने वाले जोखिम व्यवस्थापन करने के लिए सरकार अपनी क्षमता विकास में भी यह रकम खर्च कर सकती है ।
कोरोना रोकथाम तथा नियन्त्रण के लिए यह रकम प्रयोग करने की बात अर्थ मन्त्रालय ने बताई है । इससे पहले कोरोना महामारी के साथ लडने के लिए विश्व बैंक २९ मिलियन अमेरिकी डलर (३ अर्ब ४३ करोड रुपैयाँ) ऋण सहायता घोषणा कर चुका है । इसके साथ ही कोरोना महामारी के लिए विश्व बैंक का सहयोग ९ अर्ब ४३ करोड हाे जाएगा ।
३ वर्ष के लिए विश्व बैंक द्वारा यह सहुलियत ऋण है। उक्त अवधि तक खर्च नहीं हाेने पर बाकी ३ वर्ष अवधि बढाया जा सकता है। ५० मिलियन में से २५ मिलियन कन्ट्री एलोकेसन है और बाकी ग्लोबल एलोकेसन है। ६ वर्ष तक भी खर्च नहीं हाेने पर कन्ट्री एलोकेसन के बदले २५ मिलियन नेपाल प्राप्त करेगा और बाकी रकम वापस हाे जाने की जानकारी अर्थ मन्त्रालय ने दी है ।
विकास नीति वित्तीय व्यवस्था सहित वित्तीय व्यवस्था के औजार के रुप मे ’क्याटस्ट्रोफी डेफर्ड ड्रडाउन अप्सन’ (क्याट डीडीओ) परिचालन करने की समझदारीपत्र में अर्थ मन्त्रालय के सचिव शिशिरकुमार ढुंगाना और विश्व बैंक के नेपाल के लिए कन्ट्री म्यानेजर फारिस एच. हदाद जेर्भोस ने हस्ताक्षर किया है। प्रकोप जोखिम न्यूनीकरण करने के लिए विश्व बैंक का यह वित्तीय औजार है।