संसद् अधिवेशन को आकस्मिक रुप में अंत आपत्तिजनकः कांग्रेस
काठमांडू, २ जुलाई । प्रमुख प्रतिपक्षी दल नेपाली कांग्रेस ने कहा है कि बिना कुनै परामर्श आकस्मिक रुप में संसद् अधिवेशन अंत होना आपत्तिजनक है । बिहिबार सरकार द्वारा सिफारिश होने पर राष्ट्रपति विद्यादेवी भण्डारी ने संसद् अधिवेशन को अंत किया था । स्मरणीय बात यह है कि प्रधानमन्त्री केपीशर्मा ओली की इच्छा और योजना अनुसार सभामुख तथा पार्टी के भीतर विमर्श किए बिना ही संसद् अधिवेशन को अंत किया गया है ।
इसी तथ्य को दृष्टिगत करते हुए नेपाली कांग्रेस के प्रवक्ता विश्वप्रकाश शर्मा ने बिहीबार ही एक विज्ञप्ति प्रकाशित करते हुए सरकारी कार्यशैली के प्रति आपत्ति प्रकट किया है । शर्मा ने कहा है कि सत्ताधारी दल के भीतर जारी राजनीतिक द्वन्द्व का प्रभाव संसद् अधिवेशन में पड़ना ठीक नहीं है । उन्होंने कहा है– ‘अधिवेशन की आह्वान और अंत करने की निश्चित स्थापित प्रक्रिया है । उसके अनदेखा करते हुए कोरोना सिर्जित चुनौती सामान के लिए प्रस्तुत संकल्प प्रस्ताव से लेकर एमसीसी लगायत महत्वपूर्ण विधेयक के बारे में कोई भी फैसला किए बिना संसद् अधिवेशन को अंत करना दुःखद है ।’
कांग्रेस ने कहा है कि संसद् अधिवेशन संबंधी कोई भी परामर्श नहीं हुआ है, यहां तक कि सूचना तक नहीं दी गई । कांग्रेस ने प्रश्न किया है– वर्तमान परिस्थिति में जनता की जीवन प्रधान है या सत्ता की राजनीति ?’