नहीं करना कोई बंटवारा मेरे भारत और नेपाल का : डॉ कृष्णा कुमारी आर्या
भारत और पड़ोसी देश नेपाल के सम्बन्धों पर आज के संदर्भ में काव्य रचना
लेकिन पहले यह लोकगीत अवश्य सुनें, क्लिक करें लिंक
रहे कायम भाईचारा मेरे भारत और नेपाल का
हो शुभ संकल्प विचारा मेरे भारत ओर नेपाल का
रोटी बेटी का रिश्ता पुरखों ने बैठ बनाया था
पुरखों की उस स्नेह रस्म को सबने खूब निभाया था
अब करना ना बंटवारा मेरे भारत और नेपाल का ….रहे कायम भाईचारा ………
प्रेम प्यार और नेगचार का रिश्ता रहे निभाते हैं
एक दूसरे की सीमा में निर्भय आते जाते हैं
रहा उत्तम संपर्क हमारा मेरे भारत ओर नेपाल का….रहे कायम भाईचारा ………
छुट् पुट घटना होती रहती यदा कदा परिवारों में
बढ़ा चढ़ा कर कह देते हैं लोग उन्हें अखबारों में
नहीं उनका हो प्रसारा मेरे भारत और नेपाल में ….रहे कायम भाईचारा ………
नहीं लड़ेंगे आपस में हमें सच्चा साथ निभाना है
एक दूसरे की रक्षा हित अपना हाथ बढ़ाना है
हो सुंदर स्वप्न हमारा मेरे भारत और नेपाल का ….रहे कायम भाईचारा ……….
एक दूसरे की सीमा में दखलंदाजी बंद करें
शंकाओं का समाधान कर प्रगति के प्रबंध करें
सद्भाव ही सदा विचारा मेरे भारत और नेपाल का….रहे कायम भाईचारा ………..
एक दूसरे से सम्बन्धों को मिलकर सब मजबूत करो
छोटी मोती बातों पर तुम मतना अपना ध्यान धरो
रहे प्रेम का आर न पारा मेरे भारत और नेपाल में ….रहे कायम भाईचारा ……..
एक दूसरे से गुस्ताखी और घुड़की देना बंद करो
व्यापारिकरण और लेन देन व रोजी का प्रबंध करो
सब हों खुशहाल दुबारा मेरे भारत ओर नेपाल में …रहे कायम भाईचारा ………
रहे कायम भाईचारा मेरे भारत और नेपाल में
नहीं करना कोई बंटवारा मेरे भारत और नेपाल का