पूर्व सचिव दीप बस्न्यात बन्दी प्रत्यक्षीकरण रिट लेकर सर्वोच्च में
काठमांडू, ३० अप्रील । ललिता निवास जमीन घोटाला प्रकरण में पुर्पक्ष के लिए जेल जीवन बिता रहे पूर्व सचिव दीप बस्न्यात बन्दी प्रत्यक्षीकरण रिट लेकर सर्वोच्च अदालत पहुँच गए हैं । बन्दी प्रत्यक्षीकरण रिट निवेदन में बस्न्यात ने दावा किया है कि विशेष अदालत द्वारा वि.सं. २०७७ मार्गशीर्ष २८ गते जारी आदेश आधारहीन और प्रमाणहीन है । उन्होंने यह भी दावा किया है कि जिसके चलते संविधान प्रदत्त उनकी मौलिक अधिकार में आघात पहुँच गई है । बस्न्यात ने दावा किया है कि विशेष अदालत की ओर से उनके विरुद्ध जो आरोप लगाया गया है, वह झूठा है ।
स्मरणीय है, बालुवाटार स्थित ललिता निवास के नाम में रही जमीन को व्यक्ति के नाम में हस्तान्रण कराने के आरोप में विशेष अदालत ने बस्न्यात को पुर्पक्ष के लिए जेल में रखने का आदेश दिया था । बस्न्यात के ऊपर आरोप है कि तत्कालीन भौतिक पूर्वाधार मन्त्रालय में सचिव रहते वक्त उक्त जमीन व्यक्ति के नाम में कराने के लिए उनकी संलग्नता है । लेकिन बस्न्यात ने दावा किया है कि इसमें उनकी कोई भी संलग्नता नहीं है । और उन्होंने यह भी कहा है कि आज वह हार्ट के मरीज भी है और उपचार जारी है ।