तालिबान का क्रूर चेहरा दुनिया के सामने आया,शव को हेलीकॉप्टर में बांधकर उड़ाया।
काबुल, एजेंसियां।
अफगानिस्तान से अमेरिकी सैनिकों की वापसी के कुछ ही घंटे बाद ही एक वीडियो के जरिए तालिबान का क्रूर चेहरा दुनिया के सामने आया है। बताया जाता है कि यह वीडियो अफगानिस्तान के कंधार शहर का है। इसमें तालिबानियों को एक अमेरिकी ब्लैक हाक हेलीकाप्टर को उड़ाते हुए देखा जा सकता है जिसमें रस्सी से एक आदमी लटक रहा है। द न्यूयार्क पोस्ट के मुताबिक, वीडियो में हेलीकाप्टर के नीचे एक आदमी को लटकते हुए साफ देखा जा सकता है। लेकिन यह स्पष्ट नहीं हो सका कि वह जीवित है अथवा नहीं। यह वायरल हुआ वीडियो है, इस वीडियो की जागरण डाट काम पुष्टि नहीं करता है। इस वीडियो को तालिब टाइम्स नामक ट्विटर हैंडल से जारी किया गया जिसे इस्लामिक अमीरात अफगानिस्तान का अंग्रेजी भाषा में आधिकारिक अकाउंट बताया गया है।
वीडियो के साथ लिखा गया है, ‘हमारी वायुसेना! इस बार इस्लामिक अमीरात की वायुसेना के हेलीकाप्टर कंधार शहर के ऊपर उड़ रहे हैं और गश्त कर रहे हैं।’ यह उन्हीं ब्लैक हॉक हेलिकॉप्टर्स में से एक है, जिसे अमेरिकी सेना अफगानिस्तान में छोड़ गई है। इस दौरान वह कई मकानों से टकराता है। माना जा रहा है कि तालिबानियों ने इस शख्स को क्रूरतम अंदाज में सजा सुनाई है। कई पत्रकारों ने ट्विटर पर वीडियो साझा करते हुए दावा किया कि तालिबान ने कांधार प्रांत में एक शख्स को मार डाला और उसके शव को गश्त के लिए निकाले गए अमेरिकी सैन्य हेलीकॉप्टर में बांधकर रास्ते भर उड़ाया।
कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, तालिबानियों को कंधार में एक व्यक्ति पर शक हुआ। कुछ लोगों का कहना है कि लटकाया गया शख्स अमेरिकी सेना का मददगार था। लेकिन यह स्पष्ट नहीं हो सका है। उसे पकड़ा गया और बाद में एक हेलीकाप्टर से लटकाकर उसे घुमाते रहे। इस दौरान यह व्यक्ति इमारतों से टकराता रहा। माना जा रहा है कि कुछ देर में ही उसकी मौत हो गई।
अब तक यह साफ नहीं हो सका है कि मारा गया व्यक्ति कौन था और उस पर किस तरह के आरोप थे। कुछ खबरों में कहा गया है कि तालिबान ने शव को हेलिकॉप्टर से लटकाया।
एक हफ्ते पहले स्थानीय अफगान मीडिया ने यह दावा भी किया था कि तालिबान ने अमेरिकी सेना के बायोमैट्रिक उपकरणों पर कब्जा कर लिया है जिसमें अमेरिका सेना व उनकी मदद करने वाले स्थानीय अफगानों की संवेदनशील जानकारी है।
उधर, द इंडीपेंडेंट ने अमेरिकी सुरक्षा सलाहकार जैक सुलिवन के हवाले से कहा, ‘इन ब्लैक हाक हेलीकाप्टरों को तालिबान को नहीं दिया गया था। इन्हें अफगान नेशनल सिक्यूरिटी फोर्सेज को खुद की रक्षा करने के लिए राष्ट्रपति अशरफ गनी के विशेष अनुरोध पर दिया गया था। वे ओवल आफिस (अमेरिकी राष्ट्रपति का कार्यालय) आए थे और अन्य चीजों के साथ-साथ अतिरिक्त वायु क्षमता की मांग की थी।’ इस महीने की शुरुआत में व्हाइट हाउस ने कहा था, उनका मानना है कि अफगान सुरक्षा बलों से हासिल किए अमेरिकी हथियारों को तालिबान नहीं लौटाएगा।