एससीओ में जलवायु परिवर्तन पर संतुलित वैश्विक दृष्टिकोण अपनाने के लिए बनी सहमति
शंघाई सहयोग संगठन के शिखर सम्मेलन में शुक्रवार को सदस्य देशों ने जलवायु परिवर्तन को लेकर संतुलित वैश्विक दृष्टिकोण अपनाए जाने का आह्वान किया। इस मुद्दे पर जारी साझा बयान में कहा गया कि कार्बन उत्सर्जन घटाने और गरीब राष्ट्रों को आर्थिक रूप से विकसित देशों के साथ आने की अनुमति देने में संतुलन बनाना बहुत जरूरी है।कार्बन उत्सर्जन के मामले में चीन, भारत और रूस जैसे बड़े देशों ने सर्वसम्मति से जलवायु परिवर्तन के नकारात्मक परिणामों और इसको लेकर तत्काल कदम उठाने की जरूरतों को स्वीकार किया लेकिन साथ ही तेल और गैस उत्पादन में निवेश बढ़ाने का भी आह्वान किया।समूह ने एक निर्धारित गति से उत्सर्जन को कम करने के लिए देशों को बाध्य करने के लिए ‘जबरदस्ती के उपायों’ को यह कहते हुए नकार दिया कि देशों को जलवायु परिवर्तन की रोकथाम के क्षेत्र में स्वतंत्र रूप से राष्ट्रीय लक्ष्य निर्धारित करने का अधिकार है।साझा बयान में कहा गया कि एकतरफा जबरदस्ती के उपाय बहुपक्षीय सिद्धांतों का उल्लंघन करते हैं। ये जलवायु परिवर्तन को लेकर लिए बहुपक्षीय सहयोग और सामूहिक और राष्ट्रीय प्रयासों को गंभीर रूप से कमजोर करते हैं। साथ ही देशों की क्षमता को भी कमजोर करते हैं। एजेंसी