प्रकृति एवम नदी अधिकार संरक्षण अभियान स्थानीय अभियंता सम्मेलन संपन्न
जनकपुरधाम/मिश्रीलाल मधुकर जनकपुरधाम के शुभम होटल के सभाकक्ष में प्रकृति एवं अधिकार संरक्षण अभियान स्थानीय अभियंता सम्मेलन सोमवार को संपन्न हो गया। कार्यक्रम में ख्यातिप्राप्त पर्यावरणविद तथा जलसंरक्षण अभियानी डा.चिरंजीवी भट्टराई ने कमला नदी सहित अन्य नदियों के इतिहास के बारे जानकारी दी। उन्होंने कहा कि चूरे पर्वत के विनाश से इसके अस्तित्व पर खतरा उत्पन्न हो गया। वहीं नदी में कारखाने का बिषाक्त पानी,गैर कानूनी रुप से उत्खनआदि सेंनदी पर संकट उत्पन्न हो गया है।कमला सहित अन्य नदियां नेपाल के मधेश सहित बिहार के कुछ जिलों में सिंचाई का मुख्य साधन था,आज स्थिति बदल गया है।पानी का जलस्तर घट गया है।नदी में गाद के कारण बाढ़ आ जाती है। नदियों के जीवन बचाने के लिए जनचेतना ज़रुरी है। कार्यक्रम में कमिटी का भी गठन किया गया।इस कार्यक्रम का आयोजक कमला जलाधार संरक्षण अभियान थे । कार्यक्रम में कमला बचाओ अभियान के अध्यक्ष बिक्रम यादव , महासचिव विनोद मेहरा सहित सभी क्षेत्रों के दो दर्जन से अधिक अभियंता की सहभागिता थीं।


