पापा आप चिंता नहीं करें, दोनों बहन की शादी धूमधाम से करेंगे, अभी पढ़ने दीजिए : हमास हमला में मारे गये आनन्द
जनकपुरधाम/मिश्रीलाल मधुकर। पापा आप चिंता नहीं करें।दोनों बहन की शादी धूमधाम से करेंगे। अभी पढ़ने दीजिए। उपयुक्त बातें हमेशा अपने माता-पिता को आनंद हमेशा कहा करते थे। इजरायल में हमास हमला में मारे गये दस नेपाली छात्र में एक 25बर्षीयआनंद भी है। सामान्य कृषक परिवार में जन्मे आनंद साह वि.सं.2070में जनकपुरधाम के ऐंजल बोरिंग स्कूल से मैट्रिक करने के बाद मीट कैम्पस से आई.एस.सी.किया।उनका सपना था कि डाक्टर बनें। लेकिन वे सफल नहीं हो सके।अंततःवे बी.एस.सी. कृषि में सफलता हासिल की।वे 2075में टीकापुर में बी.एस.सी. एग्रीकल्चर में नामांकन करवायें।वे प्रशिक्षण के लिए 49लड़को के साथ तीन सप्ताह पहले वे तेलअबीब शहर गये थे।17 छात्रों के साथ जिस होटल में ठहरे थे।वह होटल भी हमास आतंकवादी के बम का शिकार हो गया जिसमें दस छात्र की मौत घटनास्थल पर ही हो गया। वहीं दो घायल हो गये हैं जिसकी चिकित्सा चल रही है। बांकी पुलिस के संरक्षण में है।इस घटना के बाद आनंद के पिता सोमन साह , माता शिव कला देवी, 90बर्षीय दादी,बहन, पुनीता, सरस्वती तथा आरती का रो रोकर बुरा हाल है। सरस्वती तथा आरती का इस घटना के बाद वे होश हो गयी है । सरस्वती बी.बी.ए.तथाआरती सी.टी.भी.टी.में पढ़ रही है।दोनों की चिकित्सा जनकपुरधाम में चल रही है। उनका पिता सोमन साह ने कहा है कि शुक्रवार की रात में उनसे अंतिम बार बात हुई थी। शनिवार को शाम बजे घटना की जानकारी मिली। घर का एकलौता चिराग बुझने से परिवार में मातम पसरा हैं वहीं सपही गांववासी गम में है कि एक होनहार युवा को खो दिया।आनंद साह के पड़ोसी संविधान सभा सदस्य तथा संघीय राज्य मंत्री अरविंद साह ने सरकार से मांग की आनंद साह सहित सभी दस मृतक की लाश अविलंब लाने की व्यवस्था करें।घायलों की इलाज की समुचित व्यवस्था की मांग की है।