झ्याप्ले दुर्घटना : समय पर सूचना नहीं मिलने के कारण काफी जनहानि, अब तक 35 शव बरामद
धुनिवेशी नगर पालिका-9 स्थित झ्याप्ले नदी में यात्री वाहन के दबने की समय पर जानकारी नहीं मिलने के कारण काफी जनहानि हुई है । सुरक्षा एजेंसियों को रविवार को दोपहर तक त्रिभुवन राजपथ के नीचे झ्याप्ले नदी में मिट्टी के साथ भूस्खलन में दबी तीन गाड़ियां मिली हैं.
घटनास्थल पर तैनात पुलिस के मुताबिक, रविवार को दोपहर तक 35 लोगों के शव मिल चुके हैं, जबकि अन्य की तलाश जारी है.
आशंका है कि अन्य बसें भी दबी हो सकती हैं. हालांकि शुक्रवार सुबह से ही बारिश हो रही थी, लेकिन स्थानीय निवासियों ने बताया कि भूस्खलन शनिवार सुबह करीब 3 बजे हुआ.
दुर्घटनास्थल राजधानी काठमांडू के मध्य भाग से लगभग 15 किलोमीटर दूर है. लेकिन समय पर जानकारी नहीं मिलने के कारण भारी जनहानि हुई है. स्थानीय निवासी, राज्य प्रशासन और मीडिया भी काफी देर तक इस हादसे से अनजान थे. सूचना मिलने के बाद भी बचाव कार्य तेजी से नहीं हो सका।
अब नेपाल सेना, नेपाल पुलिस और सशस्त्र पुलिस उत्खननकर्ताओं का उपयोग करके पहला निष्कासन कार्य कर रही है।
भूस्खलन में दबे लोगों के अलावा 6-7 अन्य वाहन क्षतिग्रस्त हो गए। जिस स्थान पर भूस्खलन हुआ वह निर्माणाधीन नागाढुंगा-नौबिसे सुरंग के पास है।
भूस्खलन में बस के दबने की जानकारी मिलने के बाद धुनिवेशी नगर पालिका के मेयर बालकृष्ण आचार्य, वार्ड नंबर-9 के वार्ड अध्यक्ष माधव सिलवाल और अन्य जन प्रतिनिधि भी आवश्यक समन्वय के लिए घटनास्थल पर तैनात हो गए थे. सूचना मिलने के बाद रेस्क्यू में शामिल धुनिवेशी-9 के वार्ड सदस्य बिक्रमजंग राणा ने बताया कि समय पर सूचना नहीं मिलने के कारण बड़ी जनहानि हुई है.