हमें समझना होगा कि हम राजतंत्र में नहीं लोकतांत्रिक गणतंत्र में हैं – पृथ्वीसुब्बा गुरुङ

काठमांडू, फागुन २७ – संचार तथा सूचना प्रविधि मंत्री पृथ्वीसुब्बा गुरुङ ने कहा कि हमें समझना होगा कि हम राजतंत्र में नहीं लोकतांत्रिक गणतंत्र में हैं । सच तो यह है कि राजतंत्र उसी दिन समाप्त हो गया जिस दिन तत्कालीन राजा वीरेन्द्र और युवराज दीपेन्द्र की मृत्यु हुई । उन्होंने कहा कि वीरेन्द्र और दीपेन्द्र के निधन होने के बाद उनके भाई को राजा बनाकर नेपाली नेताओं ने बहुत बड़ी गलती की । आज एक कार्यक्रम में उन्होंने यह बातें कही । उन्होंने यह भी कहा कि राजा को दरबार में ही मारा गया । उन्होंने कहा कि राजा वीरेन्द्र की मृत्यु के बाद ज्ञानेन्द्र को राजा बनाना सांप के बच्चे को पालने जैसा है ।
उन्होंने कहा कि“जिस दिन राजा वीरेन्द्र की हत्या हुई, दीपेन्द्र का भी निधन हो गया ,राजतन्त्र उसी दिन समाप्त हो गया था । राजा मरे, उनके बाद होने वाले युवराज भी मरे इसके साथ ही राजा समाप्त हुआ । ये दरबार द्वारा समाप्त हुआ । क्या आम जनता द्वारा समाप्त हुआ है ? उस समय फिर से राजा बनाकर नेपाल के नेताओं ने बहुत बड़ी गलती की । सांप के बच्चे को पाला । ऐसे व्यक्ति को राजा बनाया जिसे राजा नहीं बनाना चाहिए था । राजा बना दिया, सबकुछ खा गया । जनता ने आन्दोलन किया, जनता से हारकर भागा । उन्होंने कहा कि राजा राजा कहकर या राजा को साथ लेकर देश का विकास नहीं होगा । अब हमें समझना होगा कि हम राजतंत्र में नहीं लोकतांत्रिक गणतंत्र में हैं ।