यदि भ्रष्टाचार किया हो तो किसी भी बलिदान को तैयार हूँ :माधव नेपाल
20 असार 2082 (5 जुलाई 2025), शुक्रवार | नेकपा (एकीकृत समाजवादी) पार्टी के अध्यक्ष तथा पूर्व प्रधानमन्त्री माधव कुमार नेपाल ने भ्रष्टाचार को लेकर अपने ऊपर लग रहे आरोपों पर खुलकर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि यदि उनके खिलाफ भ्रष्टाचार से संबंधित कोई तथ्य या प्रमाण पेश किया गया, तो वे “जैसे भी बलिदान की आवश्यकता पड़ी” उसे देने को तैयार हैं।
“एक भी प्रमाण हो, तो मैं बलिदान के लिए तैयार हूँ”
शुक्रवार को पार्टी कार्यालय आलोकनगर में विद्यार्थी जिला कमिटी के अधिवेशन को संबोधित करते हुए अध्यक्ष नेपाल ने कहा,

> “न मैंने भ्रष्टाचार किया है, न डरने की जरूरत है। यदि धरती पर कोई भी व्यक्ति यह प्रमाणित कर दे कि माधव नेपाल ने भ्रष्टाचार किया है, तो मैं किसी भी हद तक बलिदान देने को तैयार हूँ।”

उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि उन्होंने हमेशा प्रक्रिया और प्रणाली के आधार पर ही काम किया है, और उनकी नीयत तथा कार्यशैली पर सवाल उठाना अनुचित है।
“जिन्हें आगे बढ़ाया, उन्हीं से नुकसान हुआ”
अपने संबोधन में माधव नेपाल ने यह भी बताया कि उनके करीबी लोग अक्सर कहते हैं कि
> “आप जिन्हें आगे बढ़ाते हैं, जिन्हें पद देते हैं, वही लोग अंततः आपको नुकसान पहुंचाते हैं।”
इस कथन को उन्होंने राजनीतिक जीवन की एक त्रासदी और वास्तविकता के रूप में स्वीकार किया, लेकिन यह भी स्पष्ट किया कि वे प्रतिशोध की भावना से नहीं चलते और सभी को साथ लेकर चलने में विश्वास रखते हैं।
“एमाले संकट में है”
अपने संबोधन के दौरान माधव नेपाल ने नेकपा एमाले (उनकी पूर्व पार्टी) की वर्तमान स्थिति पर भी टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि पार्टी के अंदरूनी संघर्ष ने एमाले को गंभीर संकट की ओर धकेल दिया है और इससे उस पार्टी के भविष्य पर गंभीर प्रश्न खड़े हो रहे हैं।
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निष्कर्ष:
माधव नेपाल की यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब देश में भ्रष्टाचार को लेकर बहस तेज़ है और राजनीतिक दलों पर पारदर्शिता के सवाल उठ रहे हैं। उनका यह आत्मविश्वासपूर्ण बयान उनके राजनीतिक बचाव के रूप में देखा जा रहा है, साथ ही एक संकेत भी कि वे अपने ऊपर लगे आरोपों से डरने वाले नहीं हैं।
