आन्दोलन बन्दुक के बल पर नहीं दब सकता : खगेन्द्र संग्रौला, विराटनगर में आन्दोलन सशक्त
जितेन्द्रनारायण ठाकुर, विराटनगर । ३१,अजस्त |
वक्ताओं का मानना है कि नयाँ संविधान में मधेश सहित अन्य उत्पीड़न में पड़ने वाले समुदाय का अधिकार संस्थागत करने के लिए सबको एकजुट होकर सड़क आन्दोलन में उतरने के सिवा और कोई विकल्प नहीं है । शासक वर्ग अपने परापूर्वकाल से रहे वर्चस्व को बनाए रखने के लिए विगत के सम्झौता तथा सहमति को नजरअंदाज करके संविधान निर्माण करने में लगे हुए हैं उसे रोकने के लिए सड़क आन्दोलन ही एक मात्र विकल्प है । सीमांकंन के विरोध में आन्दोलनरत मधेश केन्द्रित दलों, संयुक्त लोकतान्त्रिक मधेशी मोर्चा और मधेश बचाओ संर्षघ समिति द्वारा मधेश अनिश्चितकाल बन्द के क्रम में विराटनगर में आयोजित कोण सभा के वक्ताओं ने विगत के सम्झौता कार्यान्वयन करने हेतु कड़ा सड़क आन्दोलन करने पर जोर दिया है ।
रविबार को आयोजित सभा में राजनीतिक विश्लेषक खगेन्द्र संग्रौला ने कहा है कि नेपाल में शासक वर्ग ने अपना वर्चस्व कायम रखने और अधिकार प्राप्ति के लिए आन्दोलन में लगे शक्तियों को सदैव विभाजन करने वालो के खिलाफ एक होकर आन्दोलन करना होगा । उनके अनुसार नेपाल में मधेशी, आदिवासी , थारु , लिम्वु आदि समुदाय का अधिकार संविधान में स्थापित करने के लिए आन्दोलन को विभाजित कर के शासक वर्ग फायदा उठा रहे हैं । एक होकर आन्दोलन करने पर कोई भी बन्दुक के बल पर उसे दबा नहीं सकता है । उत्पीड़ित समुदाय द्वारा अधिकार माँगने पर राज्य द्वारा दमन करना और अन्तरिम संविधान के भावना विपरीत संविधान निर्माण करना जनता को अधिकार सम्पन्न नहीं होने देने की मानसिकता है । अखण्ड सुदूर पश्चिम की वकालत संघीयता विरोधी है । तराई मधेश लोकतान्त्रिक पार्टी के मोरंग जिल्ला अध्यक्ष मो . कादिर ने कहा कि विगत के मधेश आन्दोलन के बाद राज्य द्वारा सम्झौता कार्यान्वयन कराने के लिए हम सब वलिदान देने को तैयार हैं । अधिकार प्राप्ति के निर्णायक आन्दोलन को राज्य में बन्दुक के बल पर दवाने की ताकत नहीं है और अब उन्हें आन्दोलन से ही संस्थागत करना है । मधेश बचाओ संघर्ष समिति के संयोजक उमेश यादव ने मधेश एक स्वायत प्रदेश बनाने के लिए कोई भी बलिदान देने के लिए तैयार होने की बात कही और मधेश के एजेन्डा को संविधान में सड़क आन्दोलन से ही संस्थागत करने की चेतावनी दी । शान्तिपूर्ण आन्दोलन को बदनाम करने के लिए जो हो रहा है वह सुन कर हम चुपचाप बैठने वाले नहीं हैं अभी की स्थिति करो या मरो की है । मधेशी युवाओं को अपनी जवानी मधेश को अधिकार प्राप्ति के आन्दोलन में लगाने का समय आ गया है । संघीय समाज वादी फोरम नेपाल के सभासद् ने कहा कि मधेश की मांग पूरा कराने के लिए हमसब कोई भी बलिदान करने को तैयार हैं । इसमें महिलाएँ भी अग्रपंक्ति में हैं । युवा नेता सलिम अन्सारी ने कहा कि अधिकार प्राप्त करने के लिए सशक्त आनदोलन की आवश्यता है । उन्होंने मधेश के एजेन्डा को संविधान में स्थापित करने के लिए जहाँ भी रहें भौतिक नहीं तो नैतिक रूप में सहयोग करने की अपील मधेशी समुदाय से की । सद्भावना पार्टी के जिला अध्यक्ष चन्द्र प्रसाद राजबंशी की अध्यक्षता में सम्पन कार्यक्रम में दिनेश मेहता, राजु मंडल, आदि वक्ताओं ने अपने विचार रखे ।
विराटनगर ः संयुक्त लोकतान्त्रिक मधेशी मोर्चा द्वारा किए गए अनिश्चितकालीन मधेश बन्द को और भी सशक्त बनाने का निर्णय किया गया है । विगत कई सप्ताह से बन्द के क्रम में मोटर साइकल तथा सिटि रिक्सा को संचालन करने की अनुमति थी किन्तु आज से उसमें भी रोक लगा दिया गया है । यह जानकारी संघीय समाजवादी फोरम नेपाल के जिला अध्यक्ष राजकुमार यादव ने दी । बन्दकर्ताओं ने आइतवार शाम से माइकिगं कर के मोटर साईकल तथा सिटि रिक्सा संचालन नहीं करने की अपील की है । बन्द के क्रम में मोटरसाईकल आवागन की छूट के कारण अधिक भाड़ा लेकर चलाने की जानकारी मिलने के कारण बन्दकर्ताओं ने यह निर्णय लिया है । बन्द को सशक्त बनाने के लिए मोर्चा आवद्ध दलों ने रोडशेष, महाविर चौक, बि पल्ट, टंकी, रंगेली, आमवारी, आदि विभिन्न स्थानों में व्यापक रूप में युवा तथा पार्टी के कार्यकर्ताओं को परिचालन करने की जानकारी अध्यक्ष राजकुमार यादव ने दी ।