चारदलों ने मधेसी मोर्चा का संविधान निर्माण प्रक्रिया रोकने का शर्त अस्वीकार किया
अगस्त ३०, काठमाडौं ।
प्रमुख चार दल वार्ता के लिए संविधान निर्माण प्रक्रिया रोकने की मधेसी मोर्चा का शर्त को अस्वीकार कर दिया है । लेकिन दंगाग्रस्त क्षेत्रों में खटाया गया सेना फिर्ता होने का निष्कर्ष चार दल नें निकाला है । आन्दोलनरत संयुक्त लोकतान्त्रिक मधेसी मोर्चा वार्ता के लिए चारबुँदे सर्त है जिस में संविधान निर्माण प्रक्रिया को रोक कर सभी दल को सहमति में संविधान बनाने की प्रतिबद्धता उल्लेख है । मोर्चा के माग को अस्वीकार करते हुए सातदिन भितर वार्ता और संविधान निर्माण प्रक्रिया चालु रखने का निर्णय सहित के पत्र आन्दोलनरत दल को प्रधानमन्त्री मार्फत पठाने का निर्णय किया गया है । प्रधानमन्त्री निवास बालुवाटार में आज रविवार सुबह वार्ता और संविधान निर्माण एकसाथ आगे बढाने का भी निर्णय कियागया है । असन्तुष्ट पक्ष के माग और मुद्दा को सम्बोधन के लिए वार्ता करने के लिए तयार है कहते हुए चार दल नें संविधान निर्माण प्रक्रिया नहीं रुकेगा बताया है । बैठक के बाद एमाओबादी उपाध्यक्ष नारायणकाजी श्रेष्ठ नें कहा है की वार्ता और संविधान निर्माण प्रक्रिया एक साथ आगे बढेगा । प्रमुख चार दल के शीर्ष नेताओं का बैठक से वार्ता के लिए अपील करते हुए मधेसी मोर्चा और थरुहट संघर्ष समिति को फिर से पत्र पठाने का निर्णय किया गया है । इस के लिए प्रधानमन्त्री सुशिल कोइराला पत्र लिखेगें । थरुहट थारुवान संयुक्त संघर्ष समिति और मोर्चा सेना और सशस्त्र पुलिस व्यारेक मे फिर्ता होने की माग किया था ।