उस भयानक रात की सुबह कब होगी
उस भयानक रात की सुबह कब होगी
मालिनी मिश्र ,काठमांडू , ३ जून
बादलों का घिरना जहाँ एक तरफ हमें आनन्द दे रहा है वहीं दूसरी तरफ बहुत से लोग एसे भी हैं जिनके लिए यह बादल अभिषाप से कम नही है । काभ्रे व धुलिखेल के कई इलाकों में टीन में अपना बसेरा बनाए हुए लोगों को अभी भी रात भर जाग कर ही बितानी पड़ती है । बादलों को देखकर ही लोगों में चिन्ता व्याप्त हो जाती है । सिन्धुपाल चौक के निकट एक विकट गााँव है गोल्ची जहाँ रहने वाले तामांग, शेर्पा व गुरुंग लोगों का जीवन अभी भी अस्त व्यस्त है । धुलिखेल ६ की सुकुलक्ष्मी तामांग का कहना है कि वह बादल छाने पर ही चिन्तित हों जाती हैं कि अब तो रात भर जाग कर ही बितानी पड़ेगी ।