अपराध की राजधानी
वीरेन्द्र के एम
राजनीतिक अस् तव्यस् ता के बीच राजधानी में आपराधिक वार दातों का सिलसिला बढÞता ही जा र हा है । काठमांडू अब पूरी तर ह अपर ाधियों की चंगुल में जकडÞता जा र हा है । शांति सुर क्षा दे ने में पुलिस प्रशासन बिलकुल ही नाकाम साबित हो र ही है । औ र प्रधानमंत्री लो गों को आश्वासन दिए जा र हे हैं ।
राजधानी में कोर् इ सुर क्षित नहीं है । चाहे वो मंत्री हो या कूटनै तिक कर्मचारी, व्यापारी हो या आम नागरि क । कब, कहाँ, किस रोज, किस तर ह, किसकी हत्या हो जाएगी यह कोर् इ नहीं बता सकता । काठमांडू में सुर क्षा का आलम यह है कि एक नवनियुक्त मंत्री पर हमला कर लूटे रे फरार हो जाते है ं। दफ्तर जाते समय विदे शी दूतावास के कर्मचारी पर जानले वा हमला हो ता है । सारे आम व्यापार ी की गो ली मार कर हत्या कर दी जाती है । इससे यही साबित हो ता है कि राजधानी की सुर क्षा में नेपाल प्रहरी, सशस् त्र प्रहरी औरराष्ट्रीय अनुसंधान विभाग पूरी तर ह सुर क्षा दे ने में नाकाम हो गया है ।
इन घटनाओं को रो क पाने में असफल र ही पुलिस को जब घटना के बारे पूछा जाता है तो उनका र टा-र टाया जवाब र हता है हम को शिश कर र हे है ं, लगे है ं, तलाश जारी है , पूछताछ चल र ही है । हद तो तब हो जाती है , जब एक नवनियुक्त मंत्री पर हमला हो ता है । पुलिस ने इस घटना पर कहा कि उन्हें गो कर्ण्र्ाावष्ट के मंत्री हो ने की जानकार ी हमले के दो घण्टे बाद ही मिल पायी थी । आर्श्चर्य की बात है कि जिस समाचार को पूरी दुनियाँ दो दिन पहले जान गयी थी कि गो कर्ण्र्ाावष्ट मंत्रिमण्डल मे ं शामिल हो ने वाले हैं औ र वार दात के दिन तो इसकी औ पचारि क घो षणा भी कर दी गई थी । ले किन अपना निकम्मापन छुपाने के लिए पुलिस ऐ से बयान दे र ही है ।
झलनाथ खनाल सर कार में ऊर्जा मंत्री के रुप में नियुक्त गो कर्ण्र्ाावष्ट पर हुए हमले से ठीक एक दिन पहले यानि चै त्र २७ गते ही काठमांडू के अति सुर क्षित समझे जाने वाले क्षे त्र गणबहाल में व्यवसायी की गो ली मार कर हत्या कर दी गई । भार तीय मूल के व्यापारी अंजनी कुमार चाचान को दुकान में उनकी पत्नी व बे टे के सामने अपर ाधी गो ली मार कर फर ार हो गए । आज तक पुलिस उसका कोर् इ सुर ाग नहीं ढूँढ पाई ।
इस घटना के ठीक १५ दिन पहले पुलिस के कडे Þ सुर क्षा घे र ा से एक पाकिस् ता नी आतंकवादी फर ार हो गया था । जाली नो ट कार ो बार मे ं के न्द्रीय जे ल मे ं बन्द र हे पाकिस् तानी नागरि क मो हम्मद जमील र ाज धानी के गंगालाल हृदय के न्द्र से फर ार हो गया । अस् पताल मे ं सीने मे ं दर्द हो ने की शिकायत के बाद उसे अस् पताल मे ं दाखिल कर ाया गया था । अस् पताल मे ं जिस दिन उसका आँपर े शन हो ना था, उससे ठीक एक र ात पहले ही वह खिडÞकी से कूद कर फर ार हो गया । मो हम्मद जमील को अस् पत ाल से भगाने मे ं कई लो गो ं के द्वार ा मदत की आशंका है । जिनमे ं जे ल प्रशासन, जे ल डाँक्टर , अस् पताल डाँक्टर भी शामिल है । पुलिस अभी तक यह पता नहीं लगा पाई है कि जमील ने पाल मे ं ही है या फिर सर हद पार चल गया है । पुलिस सुर क्षा घे र ा से पाकिस् तानी आतंकवादी के फर ार हो ने की घटना के ठीक तीन दिन पहले यानि चै त्र १० गते र ाजधानी के टे कु स् िथत स्रि्रदी टे ्रडिंग के कर्मचार ीद्वय प्रे म कृष्ण महर्जन औ र सुदीप बस् याल के ऊपर गो ली प्रहार की घटना को अंजाम दिया गया था । इनमे ं से महर्जन की उपचार के दौ र ान मौ त हो गई । पुलिस आज तक इस घटना के बार े मे ं भी कोर् इ सुर ाग नहीं ढूँढ पाई है ।
लो गो ं को नए साल से अपर ाध मे ं कमी आने की उम्मीद थी तो साल के पहले ही दिन र ाजधानी के अति सुर क्षित समझे जाने वाले बसुन्धर ा मे ं पाकिस् तानी दूतावास के कर्मचार ी पर गो ली प्रहार की घटना हो गई । पाकिस् तानी दूतावास के वीजा से क्सन मे ं कार्यर त मे हबूब आसिफ पर दूतावास जाते समय बसुन्धर ा मे ं अज्ञात हमलावर ो ं द्वार ा गो ली प्रहार की घटना हर्ुइ । सुबह सवा नौ बजे के कर ीब हुए इस घटना मे ं महबूब पर चार र ाउण्ड गो ली प्रहार हो ने के बाद भी वो बच गए । असिफ को जिस जगह गो ली मार ी गई उस स् थान से २०० मीटर की दक्षिण दूर ी पर महानगर ीय प्रहर ी वृत महार ाजगंज का दफ्तर है । इसी तर ह सौ मीटर दायाँ-बायाँ पर बसुन्धर ा चौ क तथा नार ायणगो पाल चौ क है , जहाँ पुलिस की से न्ट्रल कंट्रो ल युनिट की गाडिÞयाँ चौ बिसो ं घण्टे र हती है । घटनास् थल से महज ५० मीटर की दूर ी पर ही पाकिस् तानी दूतावास भी है ।
हमलावर ो ं ने आसिफ पर गो ली प्रहार कर उनके द्वार ा प्रयो ग की जा र ही मो टर साइकिल ले कर फर ार हो गए थे औ र मो टर साइकिल को जहाँ छो डÞा वहाँ से महज २०० मीटर की दूर ी पर ने पाल प्रहर ी का टे ्रनिंग कै म्प औ र र ाष्ट्रपति भवन शीतल निवास है । जहाँ मो टर र्साईकिल छो डÞकर हमलावर फर ार हो गए थे , वहाँ पास मे ं ही कान्ति बाल अस् पत ाल औ र शिक्षण अस् पताल भी है । जहाँ २४ घण्टे पुलिस तै नात र हती है ।
इन सबके बावजूद र ाजधानी मे ं लो गो ं पर हमला जार ी है । सुर क्षाकर्मियो ं के निक म्मापन से अपर ाधियो ं के हौ सले बुलन्द है । र ाजधानी की सुर क्षा व्यवस् था पर बडÞा प्रश्नचिन्ह खडÞा हो गया है । इस सब के पीछे पुलिस के भीतर र ही र ाजनीतिक लाँबिंग औ र ने ताओ ं द्वार ा अपार धियो ं को दिया जाने वाला संर क्षण भी है । काठमांडू के पर्ूव एसपी र मे श खर े ल जो कि एक सख्त, इमान्दार औ र अपने काम के प्रति वफादार र हने वाले पुलिस अधिकार ी माने जाते थे ले किन उन्हे ं भी अपने र ाजनीति का शिकार हो ना पडÞा । काठमांडू मे ं बढÞ गए अपर ाध को नियंत्रण मे ं लाने के लिए वो काफी हद तक सफल भी र हे ले किन उनकी लो कप्रियता उनके आला अधिकारि यो ं को र ास नहीं आई औ र उन्हे ं से ंटिंग वाले पो स् ट पर भे ज दिया गया है । निवर्तमान पुलिस