जलेशवर आनदोलन समापन :रतनेशवर झा
महोत्तरी । महोत्तरी जिल्ला के मुख्यालय जलेश्वरमें २३ दिनोंके ऐतिहासिक आन्दोलन को संयुक्त संर्घष्ा समिति और नेपाल सरकार बीच सहमति के बाद विधिवत समापन किया गया हैं। संयुक्त संर्घष्ा समिति की अगुवाई में विद्युत लोडसेडिङ्ग से परेशान महोत्तरीवासी आखिरकार आन्दोलित हो उठे। इसी बीच बर्दिवास में कर सेवा केन्द्र रखने का सरकारी निर्ण्र्ाार्सार्वजनिक करने पर इस आन्दोलन ने दिनप्रतिदिन उग्र रुप लिया था। आन्दोलन का नेतृत्व जलेश्वर उद्योग वाणिज्य संघ ने किया था। सरकारी निर्ण्र्ााके विरुद्ध सडÞक संर्घष्ा करने पर संघ वाध्य हो उठा।
२०६५ साल में प्रचण्ड के नेतृत्व वाले सरकार द्वारा प्रतिवद्धता व्यक्त किया गया था कि जिल्ला स्तरीय कार्यालयको सदरमुकाम में स्थापित किया जाएगा मगर तीन वर्षबितने के बाद भी निर्ण्र्ााकार्यान्वयन नहीं हो पाया। फिर वही विभेदीकरण नीति और गलत निर्ण्र्ााके चलते बार बार सदरमुकाम एवं आसपास के लोगों को आन्दोलन करने पर सरकार ने विवश कर दिया। चार सूत्रीय माँगको लेकर जलेश्वर उद्योग वाणिज्य संघके संयोजकत्व में कार्यवाहक अध्यक्ष दिपु कुमार साहद्वारा आन्दोलनका एजेण्डा र्सार्वजनिक कर सम्पर्ूण्ा सरकारी कार्यालय, स्कूल, यातायात, संघसंस्था एवं सम्पर्ूण्ा वित्तीय संस्था, प्रतिष्ठान बन्द करनेका निर्ण्र्ाासे आन्दोलनका रुख ही बदल गया और सरकारद्वारा किया गया गलत निर्ण्र्ाापर साचने के लिए वाध्य कर दिया गया। क्योंकि २३ दिनों के आन्दोलन में कुछ लोगोंद्वारा राविम क्याम्पस के आगे पार्किङ्ग किया गया दामोदर एकेडमी की गाडÞी में पेट्रोल छिडÞककर गाडÞी को पर्ूण्ा क्षत्रि्रस्त कर दिया गया। प्रहरी प्रशासन द्वारा व्यापक दमन करने पर राजनीतिक पार्टर्ीीी आन्दोलन में समाहित होकर आन्दोलन की सफलता के लिए एकतावद्ध होकर निर्ण्र्ााकिया गया। उधर जनहित सरोकार मञ्चके अध्यक्ष सुरेश पाण्डे १० सूत्रीय माँगको लेकर दर्ुगाचोक जलेश्वर में आमरण अनसन एवं रिले अनसन पर बैठे थे।
उन सभी माँगोको स्ांयुक्त रुप से दोनो पक्षों के बीच एकताबद्ध होकर मुख्य दश सूत्रीय माँग में समाहित कर आन्दोलन को ऊचाँइ तक पहुँचाने का निर्ण्र्ााकिया गया और संयुक्त संर्घष्ा समिति द्वारा जलेश्वर उद्योग वाणिज्य संघ के संयोजकत्व के वैनर के नीचे आमरण एवं रिले अनसन ११ दिनों तक किया गया। इस आन्दोलनको केन्द्रस्तर पर संर्घष्ा करने के लिए एमाओवादी के केन्द्रीय सदस्य रामकुमार शर्मा के नेतृत्व में ११ सदस्यीय टोली गठन कर जायज माँगको सम्बोधन करवाने के लिए काठमांडू भेजा गया। लेकिन अन्ततोगत्वा नेपाल सरकार के सिंचाइमंत्री महेन्द्र राय यादव, सूचना तथा संचार राज्य मन्त्री सरिता साह, महिला बालबालिका राज्यमन्त्री अरविन्द साह एवं भौतिक योजना तथा निर्माण राज्यमन्त्रर्ीर् इश्वर दयाल मिश्र एवं अन्य सभासद, महोत्तरी सदरमुकाम जलेश्वर में आकर उद्योग वाणिज्य संघ के सभाहल में बृहत् कार्यक्रम का आयोजन कर उन लोगों ने प्रतिवद्धता व्यक्त किया कि जिल्लास्तरीय सरकारी कार्यालय सदरमुकाम में ही रखा जाएगा और बाँकी जो भी माँग हैं, उने भी पूरा किया जाएगा।
यह सामूहिक प्रतिवद्धता व्यक्त करने के पश्चात् संयुक्त संर्घष्ा समिति द्वारा आन्दोलन का कार्यक्रम वापस लिया गया। मन्त्रिगणों ने खानेपानी तथा ढल निकास जिल्ला कार्यालय, जिल्ला वन कार्यालय, जिल्ला भूसंरक्षण कार्यालय पुनस्र्थ्ाापित कर अनसन पर बैठे अनसनकारियों को सिंचाइमंत्री द्वारा जुस पिलाकर अनसन समापन करवाया गया। देखना यह हैं कि जो सामूहिक प्रतिवद्धता मन्त्री महोदय ने की हैं, वह कब साकार होती है।