सुर क्षा पर सख्त र वै या
रामाशीष
भारतीय विदेश मंत्री एस.एम. कृष्णा के नेपाल भ्रमण के बार में लगाए जा रहे राजनीतिक अटकलो के काले बादल अब छंट चुके है क्योकि उन्होने नेपाल की धरती परपांव रखते ही नेपाली राजनीति की उथल-पुथल का भारत पर पडÞने वाले प्रभाव तथा भारत की चिन्ता से ‘नेपाल के राष्ट्रपति डाँ. रामवरण यादव, प्रधानमंत्री झलनाथ खनाल, प्रधानसेनापति छत्रमान सिंह गुरुंग से लकेर एमाले के नेतृत्वदायी गठबंधन मे शामिल संसद की सबसे बडी पार्टराओवादी के अध्यक्ष प्रचण्ड, प्रमुख विपक्षी नेपाली कांग्रेस के सभापति सुशील कोइराला, वरिष्ठ नेता र्सर्यबहादुर थापा तथा मधेशवादी दलों के नेता तक को, भारत की चिन्ता से दो टूक शब्दो मे अवगत करा दिया । यही नहीं, यह पहला अवसर है, जब भारत सरकार ने नेपाल-भारत संबंधों को और अधिक पारदर्शी बनाते हुए, दो कदम और आगे बढÞकर, इस भ्रमण के दौरान विभिन्न पक्षों से हुए विचारो के आदान-प्रदानो के विवरण को भी भारतीय विदेश मंत्रालय के ‘वेबसाइट’ मे रखवा दिया हैताकि भारत-नेपाल संबंधों मे दरार पैदाकरराजनीति की रोटियाँ सेकने वाले मुठ्ठी भर पेशेवर भारत विरोधी राजनीतिज्ञो, बुद्धिजीवियों तथा मीडिया कर्मियो की दालें नहीं गल सके और नेपाल का आम प्रबुद्ध नागरिक भी ‘उन्हे’ पढÞकर वस्तुस्थिति से अवगत हो सके ।
ने पाल-भार त संबंधो के इतिहास मे यह पहला ही अवसर है जब अत्यन्त ही मधुर औ र मृदुभाषी भार तीय विदे श मंत्री एस.एम. कृष्णा ने ने पाल के प्रधानमंत्री को बिना किसी लाग लपे ट बडे ही सीधे सादे -सर ल शब्दों बता दिया है कि ‘उनकी सर कार में शामिल माओ वादियों द्वारा जिस प्रकार भार त को दुश्मन नं. १ घो षित कर खुल्लमखुल्ला भार त विरो धी विष-वमन किया जा र हा है , जिस प्रकार भार त द्वारा ने पाल की विकास परि यो जनां, कार्यक्रमों, खासकर शिक्षा क्षे त्र में किए जा र हे यो गदान के रुप में विभिन्न परि यो जनाओं के शिलान्यास या उद् घाटनों दौ रान भार तीय र ाजदूत पर हमले किए जा र हे हैं, काले झंडे दि खाए जा र हे है , भार तीय झंडे जलाए जाने की घटनाएँ हो र ही है , भारतीय राष्ट्रीय नि शान का अपमान किया जा र हा है , उससे भार त की सर कार औ र भार त की जनता घो र अपमान का अनुभव कर र ही है , औ र इससे खास कर , भार तीय र ाज नयिको ं की सुर क्षा को भारी खतरा पै दा हो गया है । ऐ सी स्िथति में ने पाल की सर कार भार तीय मिशन को या तो प्रामाणिक सुर क्षा प्रदान कर भरो से मन्द सुर क्षा का एहसास कराए तथा पर्ूण्ा सुर क्षा की गार े न्टी प्रदान करे या यदि ने पाल के लिए यह संभव नहीं हो तो वह ‘भार त सर कार को अपने र ाजनयिको ं की सुर क्षा के लिए भार तीय सुर क्षाकर्मियों के दस् तों को भार तीय दूतावास में तै नात कर ने की अनुमति प्रदान कर। ताकि भार तीय राज नयिको ं के र ाजाध नी तथा र ाज धानी के बाहर निर ीक्षण-भ्रमणो ं के दौ र ान सुर क्षा खतरों से पर्ूण्ातः सुर क्षित र खा जा सके ।’
ने पाल भ्रमण समाप्त कर भार त प्रस् थान कर ने से पर्ूव विदे श मंत्री कृष्णा ने एक वक्त व्य जार ी कर ते हुए बताया कि भार त सर कार इस समय ने पाल के जिलो ं के शिक्षा, स् वास् थ्य, कृषि, सडÞक औ र पुल निर्माण आदि ४०० विकास परि यो जनाओ ं पर काम कर र ही है , जिस पर लगभग ५८ सौ कर ो डÞ रुपये की लागत आने वाली है । इस भ्रमण के दौ र ान उन्हो ंने भार त से ने पाल प्रवे श का मुख्य द्वार के रुप मे ं परि चित वीर गंज का दौ र ा किया, जहाँ उन्हो ंने भार तीय सहायता से बनने जा र ही ‘इन्टीग्रे टे ड चे क पो स् ट’ भवन का शिल ान्यास किया, जिस पर १३७ कर ो डÞ रुपये की लागत आएगी । यह चे कपो स् ट सीमा पार के भार तीय शहर र क्सौ ल मे ं निर्माण हो र हे ‘ आई सी पी’ भवन का अभिन्न अंग हो गा । जिसका शिल ान्यास भार तीय गृहमंत्री पी चिदम्बर म् ने २३ अप्रै ल २०१० को किया था । कृष्ण ने भार तीय सहयो ग से ही निर्माण हो ने जा र ही वीर गंज-ठो र ी सडक का भी शिलान्यास किया । लगभग ५३ किलो मिटर लम्बा यह सडÞक ६०५ किलो मीटर लम्बे १९ सडÞको ं मे ं से एक है , जिनके निर्माण पर लगभग ११ सौ कर ो डÞ रुपये की लागत आने वाली है । जार ी वक्तव्य मे ं उन्हो ंने बत ाया कि ने पाल पक्ष यह महसूस कर ता है कि भार तीय सहयो ग ने पाल के आर्थिक विकास के लिए अत्यन्त ही महत्वपर्ूण्ा है औ र ने पाल पक्ष ने उन्हे ं आश्वासन दिया है कि इन परि यो जनाओ ं के नियत समय पर निर्माण मे ं ने पाल की सर कार हर तरह का सहयो ग कर े गी तथा इन परि यो जनाओ ं मे ं कार्यर त भार तीय निर्माणकर्मियो ं की सुर क्षा की भर पूर व्यवस् था की जाएगी ।
ने पाल के उपप्रधान मंत्री तथा अर्थमंत्री भार तमो हन अधिकार ी के ने तृत्व मे ं ने पाल तथा भार त के प्रतिनिधिमंडलो ं के बीच हर्ुइ औ पचारि क बातचीत मे ं विदे श मंत्री कृष्णा ने भार तीय आवश्यकता तथा चिन्ता को भी स् पष्ट रुप मे ं सामने र खा । उन्हो ंने फै लते आतंकवाद को भार त औ र ने पाल दो नो ं ही के लिए खतर ा बताया औ र कहा कि इससे दो नो ं ही दे शो ं की सुर क्षा पर खतर ा है । इसी सिलसिले मे ं उन्हो ंने बताया कि पाकिस् तान के साथ ही अब अन्य दे शो ं के द्वार ा भी ने पाल के र ास् ते नकली भार तीय नो टो ं का बडÞे पै माने पर भार त मे ं प्रवे श जार ी है । इसके साथ ही उन्हो ंने भार त विर ो धी पाकिस् तानी गतिवि धियो ं पर ने पाल सरक ार का ध्यान आकृष्ट किया ।
ले किन पता चला है , जब भार तीय विदे श मंत्री ने ने पाली प्रतिनिधिमंडल के ने ता अधिकार ी से यह कहा कि चूंकि अब माओ वा दी पार्टर्ीीर्तमान गठबंधन सर कार मे ं सबसे बडÞा हिस् से दार है औ र उस स् िथति मे ं भी यदि माओ वादियो ं द्वार ा भार तीय र ाजदूत पर हमले कर ाए जाते है ं, उन्हे ं समार ो हो ं के दौ र ान काले झंडे दिखाए जाते है ं तथा मा आव ा दियो ं द्वार ा भार त के प्रति ने पाली जनता मे ं बे बुनियाद आक्रो श भडÞकाने का काम किया जाता है तो उसे क्या समझा जाए – क्या इसे आप की सर कार की नीति मानी जाए या इन कार्र वाहियो ं को खनाल सर कार द्वार ा भार त पर प्रायो जित हमला माना जाए – तो न के वल उपप्रधानमंत्री अधिकार ी बल्कि सार ा ने पाली प्रतिनिधिमंडल ही हक्का बक्का र ह गया, मानों उन्हे ं साँप सूंघ गया । कृष्णा ने इसके साथ ही यह भी स् पष्ट कर दिया कि इसलिए अब आप की सर कार या तो भार तीय कूटनीतिज्ञो ं तथा भार तीय दूतावास मे ं कार्यर त कर्मचारि यो ं की पर्ूण्ा औ र भर ो से मंद सुर क्षा की गार े न्टी दे , पर्ूण्ा सुर क्षा का अहसास कर ाए या भार त को अपना सुर क्षा दस् ता भार तीय दूतावास मे ं र खने की इजाजत दे । इस पर सार ा माहौ ल सन्न था ।
पता चला है कि भार तीय प्रतिनिधिमंडल ने ने पाली हवाई अड्डे से हुए भर तीय विम ान के अपहर ण की घटना की भी याद ने पाली प्र्रतिनिधिमंडल को दिलाया औ र स् पष्ट शब्दो ं मे ं कहा कि जिस प्रकार पाकिस् तानी गतिवि धियाँ ने पाल मे ं बढÞ र ही है तथा ने पाल सर कार मे ं शामिल एक पार्टर्ीीार त का प्रखर विर ो ध कर र ही है , उससे भार तीय विमानो ं की सुर क्षा पर भार ी खतर ा मडÞर ाने लगा है औ र इस बात की भार ी संभावना है कि ने पाल भार तीय विम ान अपहर ण की वह दर्ुभाग्यपर्ूण्ा घटना फिर से न दो हर ा दी जाए । इसलिए ने पाल सर कार भार तीय काठमांडू अवतर ण कर ने वाले ं सभी भार तीय कम्पनी के विमा नो ं मे ं भार तीय मार्शल र खने की इजाजत दे औ र इसके साथ ने पा ली विमानस् थल पर भी भार तीय सुर क्षाकर्मी चौ कसी बर ते ताकि काठमांडू से भार त जाने वाले विमा नो ं एवं उसके यात्रियो ं पर किसी तर ह का खतर ा नहीं आए ।
स् मर ण है कि भार त के इस मांग को ने पाल सर कार ने प्रतिष्ठा का सवाल बना र खा है औ र इस आवश्यकता को ने पाल की र ाष्ट्रीयता से जो डÞ र खा है जबकि अब तो अन्तर्र ाष्ट्रीय क्षे त्रो ं मे ं इस प्रकार की व्यवस् था को दे शो ं ने स् वीकार किया है । भार तीय विदे श मंत्री कृष्णा ने इसके साथ ही पिछले काफी समय से ठंडे बस् ते मे ं पडे Þ हुए मुद्दो ं को उठाया औ र कहा कि ने पाल औ र भार त के गृह सचिवो ं द्वार ा सहमत प्रत्यार्पण संधि पर भी यथाशीघ्र हस् ताक्षर हो जाना चाहिए । यदि ने पाल उसमे ं कोर् इ फे र बदल चाहता है तो इस पर भी विचार कर इस मुद्दे को जल्द से जल्द निबटा लिया जाना चाहिए । भार तीय पक्ष ने दो नो ं दे शो ं के सहमत-सुदा सीमांकन-नक्शे -स् ट्रीप मै प) को अन्तिम रुप प्रदान कर ने का अनुर ो ध किया औ र कहा कि जिन दो -तीन स् थलो ं पर ने पाल को ‘विवाद’ महसूस हो ता है , उसे अभी दर किनार र खा जाए ले किन नक्शे के जिन ९८ प्रतिशत से अधिक हिस् से पर भार त औ र ने पाल, दो नो ं के ही सवर्े यर जनर लो ं के हस् ताक्षर हो चुके है ं, उस पर तो अन्तिम रुप से हस् ताक्षर हो जाए । इससे दो नो ं दे शो ं को सीमा व्यवस् थापन मे ं सुविधा हो गी । इसके साथ ही पर स् पर कानूनी सहयो ग संधि -एम.ए.एल.टी) पर ही अन्तिम रुप से हस् ताक्षर हो जाना चाहिए, जो लगभग छह वषोर् ं से विचार ाधीन है । इसके सम्पन्न हो जाने से दो नो ं ही दे शो ं की सुर क्षा एजे न्सियो ं के बीच अधिक सहयो गो ं का आदान-प्रदान हो सके गा । भार तीय विदे श मंत्री ने ने पाल मे ं काफी लम्बे समय से कार्यर त भार तीय शिक्षको ं को से वा-सुविधा तथा से वा सुर क्षा के बार े मे ं भी प्रधानमंत्री का ध्यान आकृष्ट किया औ र उसे यथाशीघ्र हल कर ने का आग्रह किया ।
कृष्णा ने जार ी वक्तव्य मे ं यह भी बत ाया कि ‘खुद प्रधानमंत्री ने उन्हे ं इस बात का आश्वासन दिया है कि ‘ने पाल हर हालत मे ं भार त की सुर क्षा चिन्ताओ ं को सम्बो धित कर े गा औ र ने पाल की धर ती को भार त विर ो धी गतिविधियो ं का अखाडÞा कद ापि नहीं बनने दे गा ।’ भार तीय विदे श मंत्री ने भे ंट के दौ र ान भार तीय प्रधानमंत्री मनमो हन सिंह की ओ र से भार त भ्रमण का निमंत्रण भी प्रधानमंत्री खनाल को दिया । भार तीय विदे श मंत्री ने ने पाल भार तीय पूँजी निवे श के लिए सहयो गी वातावर ण निर्माण कर ने का सुझाव भी ने पाली ने ताओ ं को दिया औ र कहा ने पाल मे ं विद्यमान भार तीय परि यो जनाओ ं तथा भार तीय उद्यो गो ं औ र कार्यर त परि यो जन ाओ ं की सुर क्षा की गार े न्टी हो नी चाहिए । स् मर ण है कि भार त, ने पाल मे ं सबसे बडÞा पूँजी निवे शक दे श है । भार तीय कम्पनियाँ ने पाल मे ं औ र अधिक पूँजी निवे श की इच्छा र खती है , ताकि ने पाल की उत्पादक क्षमता मे ं वृद्धि हो । इस सिलसिले मे ं ने पाल- भार त वाणिज्य संघ के एक प्रतिनिधिमंडल ने भी भार तीय विदे श मंत्री से भे ंट की जिसे कृष्णा ने स् पष्ट किया कि ने पाल मे ं कार्यर त भार तीय कम् पनियो ं को किन भार ी मुश्किलो ं का सामना कर ना पडÞ र हा है । उन्हो ंने बताया कि यद्यपि उपप्रधानमंत्री ने उन्हे ं आश्वासन दिया है कि भार तीय कम्पनी की कठिनाइयो ं को दूर कर ने की को शिश की जा एगी तथा भार तीय कम् पनी यूटीएल के मुद्दे को जल्द ही निबटाया जाएगा ।
ने पाल-भार त के उक्त मुद्दो ं के साथ भार तीय विदे शमंत्री ने ने पाल की शान्ति प्रक्रिया को एक निश्चित निष्कर्षतक पहुँचाने मे ं भार त के हर सहयो ग का आश्वसन भी दिया है तथा संविध ान के शीघ्र निर्माण की कामना की है । उन्हो ंने ने पाल सरक ार तथा ने पा ली के ने ताओ ं को ने पाल की संक्रमणकालीन स् ि थति के कार ण भार त मे ं व्याप्त चिन्ता से भी अवगत कर ाया । विदे श मंत्री कृष्णा ने माओ वादी लडÞाकुओ ं के समायो जन तथा व्यवस् थापन मुद्दो ं पर भी ने पाली ने ताओ ं से विचार ो ं का आदान-प्रदान किया ।
भार तीय विदे श मंत्री के भ्रमण के दौ र ान ने पाल के प्रधान से नापति छत्रमान सिंह गुरुंग ने भी भे ंट की औ र संवाददाताओ ं के प्रश्नो ं के उत्तर मे ं उन्हो ंने बताया कि चूंकि वह भार तीय से ना के मानार्थ से नापति है ं, इसलिए भार तीय विदे शमंत्री के साथ बै ठकर एक कप चाय पीने मे ं किसी को कोर् इ ऐतर ाज नहीं हो ना चाहिए । इसी बीच ने पाल-भार त संबंधो ं पर पै नी निगाह र खने वाले ने पाल के जाने माने विदे श मामलो ं के विशेषज्ञ डाँ. भे षबहादुर थापा ने अपनी संक्षित टिप्पणी मे ं स् पष्ट कर दिया है कि भार तीय विदे श मंत्री कृष्णा ने अपने सहज शब्दो ं मे ं ने पाल सर कार को भार त की ‘चे तावनी’ से अवगत कर ा दिया है ।