जरदारी को अंगूठी और अमन की दुआ मिलेगी अजमेर शरीफ में
ये दूसरा मौका है जब राष्ट्रपति जरदारी अजमेर शरीफ में जियारत करेंगे
सूफी संत गरीबनवाज ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती के दरबार पर रोजाना हजारों लोग जियारत के लिए आते हैं. लेकिन रविवार को सरहद पार से खास मेहमान आ रहे हैं- पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी और उनके बेटे बिलावल.
अजमेर में जरदारी के दौरे के लिए इंतजाम चाक चौंबद हैं. साथ ही अजमेर शरीफ के खादिम जरदारी को चांदी की अंगूठी और दुआओं के फूल भी भेंट करेंगे.
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ये दूसरा मौका है जब राष्ट्रपति जरदारी अजमेर शरीफ में जियारत करेंगे, इससे पहले 2005 में वो बेनजीर भुट्टो के साथ दरगाह पर आए थे.
बेनजीर भुट्टो कई बार अजमेर शरीफ आई थीं और उन्होंने जरदारी की रिहाई की दुआ भी यहीं मांगी थी.
वैसे जरदारी अजमेर में ख्वाजा के दर पर सर झुकाने वाले चौथे पाकिस्तानी नेता हैं. उनसे पहले जिया उल हक, बेनजीर भुट्टो और परवेज मुशर्रफ यहां आ चुके हैं.
जियारत और सियासत
राष्ट्रपति जरदारी दिल्ली में प्रधानमंत्री मनमोहन सिहं के साथ लंच पर मुलाकात करेंगे.
उसके बाद जरदारी, उनके बेटे बिलावल, गृह मंत्री रहमान मल्लिक और दल के दूसरे अन्य उच्च स्तरीय सदस्य जयपुर के सांगानेर हवाई अड्डे पर उतरेंगे. वहां से ये लोग हैलीकॉप्टर से अजमेर शहर से तकरीबन दस किलोमीटर दूर घुघरा के हेलीपैड पर चार बजकर 10 मिनट पर उतरेंगे जहां से वो गाड़ियों से दरगाह जाएंगे. दरगाह पर लगभग आधा घंटा बिताने के बाद वो जयपुर के रास्ते वापस पाकिस्तान जाएंगे.
रविवार को दोपहर बाद दरगाह को आम लोगों के लिए बंद कर दिया जाएगा.
सय्यद इकबाल कप्तान दरगाह शरीफ के गद्दी नशीन हैं और उन्होंने यहां की मजार पर बनेजीर भुट्टो और परवेज मुशर्रफ जैसे नेताओं को चादर चढाते देखा है.
सय्यद इकबाल कप्तान का कहना है कि अजमेर शरीफ की दरगाह पर कोई बड़ा या छोटा नही होता और जो आता है सबके लिए दुआ मांगी जाती है, लेकिन हां जरदारी परिवार के लिए इन दुआओं के अलावा कुछ खास नजराने भी इंतजार कर रहे हैं.
सय्यद इकबाल कप्तान ने बताया,”जरदारी साहब और उनके बेटे को चांदी की अंगूठी पहनाएंगे, और अगर उनकी बेटियां आईं तो उन्हें ब्रेसलेट पहनाएंगे. लेकिन सबसे बड़ी बात हम दुआएं करेंगे. ख्वाजा के दरबार में सबसे बड़ी सौगात दुआ ही है.”
जरदारी के आने पर उनके खैर मकदम के लिए शहनाई बजाई जाएगी और स्वागत मुगल सम्राट अकबर के जमाने के नगाड़े भी बजाए जाएंगे.
उनका ये भी कहना है कि ख्वाजा का ये दर अमन और शांति का पैगाम देता है और जरदारी के आने से भी भारत पाकिस्तान के रिश्तों में बेहतरी की उम्मीद की जा सकती है.
सय्यद इकबाल कप्तान ने कहा, “यहां जो भी आते हैं गरीब नवाज उनको पैगाम देते प्यार का, मोहब्बत, शांति का, इंसानियत का… जरदारी साहब के पास भी यही संदेश जाएगा की दुनिया में प्यार से, मोहब्बत से इंसानियत से, शांति से, अमन से रहे.”
सुरक्षा के कड़े इंतजाम
पाकिस्तान के राष्ट्रपति की मेजबानी में सुरक्षा इंतजाम भी कड़े किए गए हैं.
राजस्थान पुलिस और अन्य सुरक्षा एजेंसियों ने शनिवार को दो घंटे का मॉक ड्रिल किया. इसके अलावा दरगाह पर भी प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी इंतजामों का जायजा लेने पंहुचे.
रविवार को दोपहर बाद दरगाह को आम लोगों के लिए बंद कर दिया जाएगा.
अजमेर के डिविजनल कमिश्नर अतुल शर्मा ने कहा, “हैलिपैड से दरगाह के रास्ते पर बड़ी संख्या में पुलिस तैनात रहेगी और दरगाह के पास भी बहुस्तरीय सुरक्षा कड़ी की जाएगी. दरगाह के आसपास के घरों पर भी सुरक्षा कर्मी तैनात रहेंगे.”