Fri. Mar 29th, 2024


नेपालगन्ज,(बाके) पवन जायसवाल, २०७४ जेष्ठ २४ गते । नेपालगन्ज में विश्व धुम्रपान रहित दिवस के अवसर पर नेपालगन्ज के न्यू वाइनडाइन काटेज में जेष्ठ १९ गते शुक्रवार को “सचेतनामूलक अन्तरक्रियात्मक कार्यक्रम” का आयोजन किया गया ।
विश्व स्वास्थ्य संगठन की “धुम्रपान विकास के लिये चुनौती मूल नाराओ के साथ साथ अन्तरक्रिया कार्यक्रम का आयोजन किया गया ।
स्वास्थ्य अधिकार तथा स¬र्ती नियन्त्रण जिला सञ्जाल, बाँके के आयोजन में सम्पन्न कार्यक्रम में सञ्जाल और नगर के बिभिन्न विद्यालय में गठन किया गया धुम्रपान विरुद्ध सचेतना क्लब के विद्यार्थी, महिला स्वास्थ्य स्वयम्सेविका, बिभिनन वडा के महिला अगुवा लोगों की सहभागिता, सञ्चारकर्मी लगायत ४० लोगों की सहभागिता थी ।
कार्यक्रम में सहभागी और सरोकार वाले सरकारी निकाय सुर्तीजन्य पद्धार्थ नियन्त्रण तथा नियमन ऐन लागु हुआ है लकिन सुर्तीजन्य पद्धार्थ नियन्त्रण करने की कानून कार्यान्वयन करने के अभियान को कडाई के साथ लागू करने के लिये अभियान को निरन्तरता देनें पर जोड दिये थे ।
कार्यक्रम के प्रमुख अतिथि जिला जन स्वास्थ्य कार्यालय बाँके के प्रमुख खिम बहादुर खड्का ने कहा स्वास्थ्य क्षेत्र में सब से चुनौती की रुप में दिखाई पडी है सुर्तीजन्य पद्धार्थ सेवन करने से नेपाल में हरेक एक घण्टें में दोलोगों की मौछ होती है और हरेक वर्ष १६ हजार से अधिक लोगों की अकाल में मौत रहोती है डर लागने वाली तथ्य प्रस्तुत हुआ था ।
सुर्तीजन्य पद्धार्थ नियन्त्रण तथा नियमन ऐन २०६८ की दफा ११ की उपदफा ६ अनुसार कार्यान्वयन में आई है लेकिन बा“के जिला में गया वर्ष में कडाई की साथ कार्यान्वयन न होने की कारण से कार्यान्वयन के लिय जिला प्रशासन कार्यालय बा“के के सहायक प्रमुख जिला अधिकारी की अध्यक्ष में बैठक की निर्णय अनुसार ऐन अब कडाई की साथ कार्यान्वयन करने जा रही है अभियान शुरु करने के लिये कार्यक्रम के प्रमुख अतिथि जिला जन स्वास्थ्य कार्यालय बाँके के प्रमुख खिम बहादुर खड्का ने बताया ।
उन्हों ने कहा – चालू आर्थिक वर्ष की श्रावण से जेष्ठ १४ गते तक बाँके जिला से मात्र ९२ लोगों क्यान्सर के रोगी और ६४ लोग दिल के रोगी रहें है नेपाल सरकार से उपलब्ध कराने वाली स्वास्थ्य उपचार अनुदान के लिये सिफारिस हुई है तथ्याङ्क प्रस्तुत करते हुये यह दोनों दूनौं रोग सुर्तीजन्य पद्धार्थ की सेवन करने से होती है बताया । समुदाय के अगुवा, विद्यालय के शिक्षक विद्यार्थी जैसे लोगों ने यह विरुद्ध सचेतना जगाने की सहयोग करने के लिये कहा । लेकिन न्यूनीकरण हो सकती है विश्वास व्यक्त करते हुये कहा प्रमुख अतिथि खिम बहादुर खड्का सहभागी लोग घर परिवार, टोलपडोसी और समाज में सचेतना फैलाने के लिये आग्रह किया ।
न तो दर्ता है न तो ऐन बमोजिम करनेवाली न्यूनतम मापदण्ड पूरा है’, हाल बाजार की अवस्था बारे कार्यक्रम के प्रमुख अतिथि जिला जन स्वास्थ्य कार्यालय बाँके के प्रमुख खिम बहादुर खड्का कहा पैसा से पैसा से एकदम सहज तरीका से उपलब्ध होती है ।’ ऐन की प्रमुख उद्देश्य सुर्तीजन्य पद्धार्थ नियमन और निरुत्साहित करने के लिये बताया ।
वह अवसर परा जिला जनस्वास्थ्य कार्यालय बाँके के फोकल पर्सन जागेश्वर बस्नेत ने कहा सुर्तीजन्य पद्धार्थ की बेचबिखन करनेवाले आन्तरिक राजश्व कार्यालय से अलग इजाजत –पत्र लेना चाहिए, लेकिन वह नही है ऐन अनुसार सुर्तीजन्य पदार्थ खाद्य पदार्थ बेचबिखन करनेवाले दुकान से बेचबिखन मात्र करें बात उल्लेख किया लेकिन नेपालगन्ज में खाद्य पदार्थ दुकान से अबी तक सुर्तीजन्य पद्धार्थ बेचते रहते है ।
इसके लिये पहले सूचना करके जनचेतना जगाने की काम शुरु हो चुकी है बताया । इस के बाद में नही मानने वालों की अनुगमन करके कारवाही करने की शुरुवात करने की बात बताया ई के बारे में समुदाय में सचेतना फैलाने की लिये सहभागियों से आग्रह किया था ।
फोकल पर्सन जागेश्वर बस्नेत ने कहा बिभिनन ६ वूँदे सूचना जारी कर के जन स्वास्थ्य कार्यालय सुर्तीजन्य पदाद्र्ध की व्यवसाय, कारोबार एवं बिक्री वितरण करने वाले लोग पालना करने की खातिर जानकारी बार बार होचुकी है और अब अनुगमन करके कारवाही प्रक्रिया शरुआत करने की चेतावनी दिनें की बात बताये हुये बालबालिका औ गर्भवती महिलाए“ को सुर्तीजन्य पद्धार्थ बेचने के लियेनही मिलेगी और बेचने के लिये लगायें तो कानूनी व्यवस्था भी रही है ।
सञ्जाल के संयोजक पूर्ण लाल चुके ने अपनी प्रस्तुति के क्रम में कहा आज विश्वभर धुम्रपान से होनेवाला चुनौती प्रमुख जन स्वास्थ्य की विषय रही है उल्लेख करते हुये कहा हरेक वर्ष धुम्रपान सेवन की कारण से ७० लाख की मृत्यु होती रहत िहै और यह मध्ये ६० लाख व्यक्तिओं की प्रत्यक्ष धुम्रपान करते रहते है और ७ लाख ९० हजार व्यक्ति लोग अप्रत्यक्ष रुप मैंहा धुम्रपान सेवन करते रहें है ।
नेपाल में १५ वर्ष ६९ वर्ष उमर के दो लोंगों की मौत होती है, १ व्यक्ति धुम्रपान करते रहते है और हरेक एक घण्टें मैंहा २ लोगों की धुम्रपान की कारण से मौत होने की तथ्यांक दिखाई देती है ।
न पैmलनी वाली रोग की प्रमुख रोगों मध्ये से दिल की रोग, अर्वुद रोग, श्वास प्रश्वास सम्बन्धि रोग (दम, खाँसी), मघुमेह है और यह न फैलने वाली रोगन की मुख्य कारक तत्व मध्ये सूर्ती सेवन एक रही है ।
यसी अवसर पर परसपुर स्वास्थ्य केन्द्र की प्रमुख दीपा साउद, ग्रामीण आर्थिक सामाजिक उत्थान केन्द्र की अध्यक्ष लता शर्मा, युनाइटेड एजुकेशनल एकेडेमी के शिक्षक सतानन्द उपाध्याय, विश्व शान्ति महिला संघ बाँके की उपाध्यक्ष जीवकला अधिकारी, महिला अगुवा कमला ज्ञवाली, सीता काफ्ले, बाबुराजा मानन्धर, आर्तव लम्साल लगायत लोगों ने सुझाव दिये थे और नेपालगन्ज की समावेशी स्कूल जैसी स्कूलों की बिद्यार्थियों सहभागिता रही थी ।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Loading...
%d bloggers like this: