तराई मधेस राष्ट्रीय परिषद् द्वारा रोहिंग्या समुदाय के प्रति ऐक्यबद्धता
काठमांडू, ९ आश्वीन । तराई–मधेश राष्ट्रीय परिषद् (टीएमएनसी) ने बर्मा के रोहिंग्या समुदाय के मानवाधिकार प्रति एक्यवद्धता जाहिर किया है । काठमांडू में एक कार्यक्रम आयोजित कर टीएमएनसी ने कहा है कि बर्मा में रोहिंग्या समुदाय के ऊपर हो रहे राज्य आतंक और बर्बरता तत्काल अंत होना चाहिए और मानव अधिकार को सम्मान करना चाहिए । टीएमएनसी द्वारा आयोजित उक्त कार्यक्रम में विभिन्न पेशाकर्मी और समुदाय के लोग उपस्थित थे ।
कार्यक्रम को सम्बोधन करते हुए टीएमएनसी के स्वयम् सेवक सदस्य कासिन्द यादव ने कहा– ‘विश्व में जितने भी अल्पसंख्यक, कमजोर और गरीब हैं, उन लोगों की सुरक्षा नहीं हो रहा है, वे लोग जोखिम पूर्ण जीवन यापन कर रहे हैं । इसीलिए मानव और मानवता दोनों संकट में पड़ गए हैं । इसके विरुद्ध आवाज बुलंद करना आज की आवश्यकता है ।’
इसीतरह कार्यक्रम को सम्बोधन करते हुए साहित्यकार नयनराज पाण्डे ने कहा कि रोहिंग्या समुदाय के ऊपर हो रहे राज्य आतंक तत्काल बन्द होना चाहिए । मुश्लिम महिला अधिकारकर्मी सीमा खान, राजनीतिक विश्लेषक सीके लाल लगायत वक्ता ने भी कहा है कि रोहिंग्या समुदाय अधिकार से वञ्चित हो रहे हैं, उनकी मानवाधिकार पुनस्थापित होना चाहिए ।
कार्यक्रम में बुद्धिजिवी रामरिझन यादव, सिताराम अग्रहरी, तुला नारायण साह, अधिकारकर्मी दिपेन्द्र झा, महिला अधिकारकर्मी रिता साह, संचारकर्मी नरेश ज्ञवाली आदि लोगों की उपस्थिति थी । उन लोगों ने भी रोहिंग्या समुदाय के मानवाधिकार प्रति एक्यवद्धता जाहिर किया है ।