मरने के बाद कौन चलाता है आपका फेसबुक
आजकल सभी की लाइफ में सोशल मीडिया बहुत जरूरी हो गया है। सोशल मीडिया के ज़रिए आप नए दोस्त बना सकते हैं, अपने विचारों को दूसरों के साथ साझा कर सकते हैं और नई चीज़ों के बारे में जान भी सकते हैं। क्या आप जानते हैं कि आपके मरने के बाद आपके सोशल मीडिया अकाउंट का क्या होता है या उसे कौन चलाता है ? कई तरह के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म होते हैं और इस सवाल का जवाब भी उनकी प्राइवेसी पॉलिसी पर निर्भर करता है। आइए जानते हैं कि फेसबुक से लेकर ट्विटर तक को मरने के बाद कौन चलाता है।
फेसबुक
आज सबसे ज्यादा फेसबुक का इस्तेमाल किया जाता है। मृत लोगों के लिए फेसबुक ने कुछ विशेष नियम बनाए हैं। आप चाहें तो इसे हमेशा के लिए डिलीट कर सकते हैं या फिर इसे याद के तौर पर रख सकते हैं। Loading ad अगर आप इसे याद के तौर पर रखना चाहते हैं तो आपके फेसबुक अकाउंट पर आपके नाम के ठीक बाद ‘रिमेंबर’ का ऑप्शन दिखाई देगा। इसके अलावा आपको फेसबुक को एक लीगल कॉन्ट्रैक्ट भी भेजना होगा जिसमें आपको बताना होगा कि आपकी मृत्यु के बाद कौन आपका अकाउंट हैंडल करेगा। एक बार मृत्यु प्रमाण पत्र मिलने के बाद फेसबुक कॉन्ट्रैक्ट में दिए एग आपके निर्देशों का पालन करना शुरु कर देगा।
यूट्यूब
इसमें भी यूज़र को भविष्य में अपने अकाउंट को हैंडल करने की सुविधा दी जाती है। ये सुविधा यूट्यूब पर वीडियोज़ के ज़रिए लाखों-करोड़ों कमाने वाले लोगों के लिए फायदेमंद होती है। इसके लिए आपको यूट्यूब को एक लीगल कॉन्ट्रैक्ट भेजना होगा जिसमें आपको बताना होगा कि आपकी मृत्यु के बाद कौन आपका अकाउंट हैंडल करेगा। अगर आप ऐसा नहीं करते हैं तो यूट्यूब एक समय की अवधि तक अकाउंट को इस्तेमाल ना किए जाने पर उसे बंद कर देगा।
मरने के बाद कितने समय तक अकाउंट एक्टिव रहता है ?
फेसबुक पर तब तक अकाउंट एक्टिव रहता है जब तक उसे आपकी मृत्यु की सूचना कोई ना दे। लिंकेडिन पर भी मृत्यु की सूचना पहुंचने ही अकाउंट बंद हो जाता है। पिनट्रस्ट अकाउंट को कभी बंद नहीं किया जा सकता है जबकि ट्विटर अकाउंट को 6 महीने बाद बंद हो जाता है। कंपनी को आपकी मृत्यु के बारे में बताने के बाद आपका गूगल का अकाउंट बंद हो जाता है।