सरकार को सिके राउत के नाम से एलर्जी, फिल्म मधेशी पुत्र -२ पर लगा बैन
मनोज बनैता, सिरहा, ७ पुस ।
मधेसी मुद्दा को समेटकर बनाया गया फिल्म “मधेशी पुत्र – २” को सेन्सर बोर्ड ने बैन कर दिया है । अनुरागी फिल्म् प्रा.लि. के ब्यानर तले निर्माण किया गया “मधेशी पुत्र–२” केन्द्रीय चलचित्र जाँच समिति ने एवं प्रकार के बहाने बनाकर बैन किया है । ईस फिल्म मे प्रयोग किए गए अपाङ्ग सरकार, छक्का, घण्टा जैसे शब्दको म्यूट करने, सिर मे गोली दागने वाले सीन को ब्लर करने और सीके राउत नाम के पात्र की भूमिका और प्रसंग पूर्ण रुप से हटाने लगायत का निर्णय समिति ने किया है । फिल्म के लेखक निरंजन मेहता का कहना है कि ये फिल्म एक सच्चा ओर सही राजनीति घटना पर आधारित है । हजाराें मधेसी युवा सरकार के उपर ये सवाल खडा कर रहा है कि आखिर नेपाल सरकार इस फिल्म को क्यु नही चलने दे रही है ? क्या मधेसी का इतना भी अधिकार नही कि अपना इतिहास जान सके ? नेपाली फिल्म भैरब को सेन्सर बोर्ड ने क्याें मन्जुरी दी जब कि उस फिल्म मे मधेसी नेता को नीचा दिखाने की कोशिश की गई है ? कन्तिपुर TV पर मिठाइ लाल जादब बोल के रात दिन मैथिली भाषा अाैर मधेसीयाें का मजाक उडाते रहता है उस का क्या? कई लाेग मानते है कि सरकार काे सिके राउतके नाम से ही एलर्जी है ।