यह हैं माओवादी से संसदीय दल के नेता (प्रदेशसभा) के दावेदार
काठमांडू, ३ फरवरी । सभी प्रदेश में प्रदेशसभा बैठक की तिथि तय हो चुकी है । इसके साथ–साथ नेकपा माओवादी केन्द्र के भीतर प्रदेशसभा में संसदीय दल के नेता तथा सभामुख पद के लिए दावेदारी प्रस्तुत करनेवाले नेताओं की संख्या भी बढ़ने लगी है । पार्टी के भीतर किस को संसदीय दल के नेता तथा सभामुख–उपसभामुख बनाया जाए, इसके संबंध में बहस भी तीव्र हो रहा है ।
कूल ७ प्रदेशों में से प्रदेश नं. ३ के अलावा अन्य प्रदेश में माओवादी ने संसदीय दल के नेता चयन नहीं हुआ है । संसदीय दल के नेता ही प्रदेशसभा में सांसदों का प्रतिनिधित्व करते हैं । माओवादी का कहना है कि वरिष्ठता के आधार में सभी प्रदेशों में संसदीय दल के नेता चयन किया जाएगा ।
एमाले के साथ की गई सहमति के अनुसार प्रदेश नं. ६ और ७ में माओवादी को मुख्यमन्त्री मिलनेवाला है । इसीलिए ६ और ७ में कौन संसदीय दल के नेता बनते हैं, माओवादी के कार्यकर्ता इसमें प्रतिक्षारत हैं । क्योंकि संसदीय दल के नेता ही मुख्यमन्त्री बनते हैं । यद्यपि प्रदेश नं. ७ में त्रिलोचन भट्ट को माओवादी ने संसदीय दल के नेता के रुप में औपचारिक प्रस्ताव किया है ।
समाचार स्रोत के अनुसार प्रदेश नं. १ में संसदीय दल के नेता के दावेदार तीन प्रदेश सांसद हैं । ताप्लेजुङ ‘ख’ से निर्वाचित टंक आङबुहाङ, पाँचथर ‘ख’ से निर्वाचित इन्द्रबहादुर आङ्वो और झापा–४ ‘क’ से निर्वाचित झलकबहादुर मगर ने संसदीय दल के नेता बनने के लिए पार्टी के भीतर दावेदारी प्रस्तुत किया है ।
इसीतरह प्रदेश नंं २ में दो सांसदों ने दावी किया है । धनुषा–१ ‘ख’ से निर्वाचित रामचन्द्र मण्डल और महोत्तरी–१ ‘ख’ से निर्वाचित भरतप्रसाद साह ने संसदीय दल के नेता में दावेदारी प्रस्तुत किया है । प्रदेश नं. ३ में धादिङ–१ ‘ख’ से निर्वाचित शालिकराम जम्कटेल संसदीय दल के नेता में चयन हो चुके हैं ।
इसीतरह प्रदेश नं. ४ में माओवादी को सभामुख मिलनेवाला है । इसीलिए यहां तनहुं–२ ‘क’ से निर्वाचित पूर्वमन्त्री आशा कोइराला और गोरखा–१ ‘क’ से निर्वाचित लेखबहादुर थापा मगर ने सभामुख में दावी किया है । प्रदेश नं. ५ में भी माओवादी को सभामुख मिलनेवाला है । इसीलिए यहां भी दो सांसदों ने सभामुख में दावेदारी पेश किया है । जिसके लिए पार्टी कार्यालय सदस्य कुलप्रसाद केसी और पूर्णबहादुर घर्तीमगर ने दावेदारी पेश किया है । प्रदेश नं. ६ और ७ में माओवादी से मुख्यमन्त्री बन रहे हैं । प्रदेश नं. ७ में माओवादी ने त्रिलोचन भट्ट को मुख्यमन्त्री के रुप में प्रस्ताव किया है और प्रदेश नं. ६ में महेन्द्रबहादुर शाही और नरेश भण्डारी ने दावेदारी पेश किया है ।
