बालविवाह समाज के लिए हानिकारक : उपमेयर सरियार चौधरी
मनाेज बनैता, सिरहा, ३ अप्रिल ।
नारी हिंसा का अन्य वजहाें मे बालविवाह काे भी अहम माना जा रहा है । वर्तमान मे हालात कुछ इस तरह के है मानो नारी परम्परागत और रुढिबाद के दलदल मे फंसी हुअा है । इस जानलेवा दलदल से नारी काे निकलना होगा । सदियाें से पितृसत्तात्मक जंजीर मे बंधे नारी काे अब ये जंजीर ताेडना हाेगा । जातपात काे किनारे लगाकर सही अाैर वैज्ञानिक उमर मे लडकियाें काे शादी करना हाेगा जिससे नारी हिंसा मे कमी अाएगी । लहान नगरपालिका की उपमेयर सरियार चौधरी ने एक कार्यक्रम के दौरान ये कही है । महिला पुनर्स्थापना केन्द्र (ओरेक) नेपाल के २७ वाँ वर्षगाँठ के अवसर मे कार्यक्रम को उद्धघाटन करते हुवे उपमेयर चौधरी ने कहा कि कम उमर मे विवाह होने की वजह से भी नारी हिंसा बढा है । ‘हानिकारक परम्परागत अभ्यास को अन्त्य गरौं’ स्लोगन के साथ ओरेक नेपाल का कार्यक्रम किया गया था । ईलाका प्रहरी कार्यालय लहान का डिएसपी गणेशचन्द ठकुरी ने कहा कि ‘जब कभी अपराधी के पक्ष मे कोई सिफारिस आता है तब हमे बहुत तकलीफ होती है । हम चाहते है कि पीडित को न्याय मिले । न्याय अगर नही कर सका तो ये नौकरी किस काम की ? डिएसपी चन्द ने ये भी कहा है कि यहाँपर पीडक के पक्ष मे भी ढेराें नेता लाेग अाते रहते है । उनके अनुसार लाहान मे ५० प्रतिशत से ज्यादा रेप अटैमप्ट , कथित बोक्सी, महिला हिंसा, मारपिट का मुद्दा आता है । कार्यक्रम मे नेपाल पत्रकार महासंघ सिरहा का सभापति दिनेश्वर गुप्ता ने कहा कि मन्दिर मस्जिद का ठेकेदार बने बैठे ढाेंगी अाैर पाखंडी बाबा लाेग उपर भी लगाम कसना हाेगा । इन तान्त्रिकाें के कारण भी रूढीवादी परम्परा समाप्त नही हाे रही है । रिक्मा विश्वकर्मा के सभाध्यक्षता मे हुवे उक्त कार्यक्रम मे वडा अध्यक्ष कमलदेव यादव, प्रदीप चौधरी, विजयप्रसाद मिश्र, ओरेक नेपाल् का सुनिल साह, बार एसोसियन सिरहा की कोषाध्यक्ष ओमकुमारी साह, दिलिप सिंह, अधिकारकर्मी रेणु कर्ण, इंसेकका दुर्गा परियार, इको भिलेजका संयोजक शम्भुलाल चौधरीलगायतका वक्ताअाें ने बालविवाह, दहेजप्रथा, बोक्सी मुद्दा , घरेलु हिंसा विरुद्ध सशक्त रुप मे अागे बढने पर जाेर दिया है ।