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माता सीता को टेस्टट्यूब बेबी कहने पर उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ऊपर मुद्दा

डि.के. सिंह, जेष्ठ २४ गते, सीतामढ़ी | उत्तरप्रदेश के उपमुख्यमंत्री डॉक्टर दिनेश शर्मा ने लखनऊ में आयोजित एक कार्यक्रम में माता जगत जननी को टेस्ट ट्यूब बेबी बता कर जगत जननी माता सीता जी का ही नही बल्कि संपूर्ण जगत के नारी (स्त्री) का घोर अपमान किया है, जो अक्षम्य है उनके इस अपमान से दुनिया भर के हिन्दुओ की धार्मिक भावना को ठेस पहुँचा है ।
वकिल
इसी बात से आहत होकर सीतामढ़ी जिला अदालत में उपमुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा के विरुद्ध याचिका डालने वाले अधिवक्ता ठाकुर चन्दन कुमार सिंह का कहना है की दिनेश शर्मा को माननीय अदालत (न्यायालय) के समक्ष हाजिर होकर स्वयं के द्वारा जगत जननी माता सीता जी के बारे में जो रामायण काल में टेस्ट ट्यूब बेबी होना बताया उस संदर्भ में माननीय न्यायालय में पुख्ता सबूत पेश करना चाहिए ताकि माननीय जिला अदालत यह समझ सके की दिनेश शर्मा ने एक विशेष धर्म(हिन्दू) समुदाय की देवी जगत जननी माता सीता जी के बारे में जो बाते कही वो कहाँ तक सही वो सत्य है अथवा असत्य और इससे प्रभावित होने वाले हिन्दू धर्म की भावनाओ को ठेस पहुँचाने जैसी कोई बात है या नही।
उनका कहना है कि, डॉ.दिनेश शर्मा ने आगामी २०१९ के लोकसभा चुनाव के तहत एक सोची समझी राजनितिक एवं अपराधिक साजिश के तहत ये मनगढ़ंत बातें कही है ताकि देश में धार्मिक उन्माद फैल सके । नेपाल के जनकपुर यात्रा में पहुँचे भारत के माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र  दमोदर दास मोदी जी ने अपने आप को सीता माता जी का पुत्र बतलाया था परन्तु उन्ही के पार्टी नेता और यूपी सरकार के उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने सीता माता जी को टेस्ट ट्यूब बेबी बताया और मोदी जी ने अपने माँ के अपमान पर चुपी साधे बैठे है जिसके कारण उनकी मंशा पर भी सवाल उठना लाजमी है की कही उनके इशारे पर ही तो नही सीता माता जी का अपमान किया जा रहा है ये सरासर हिन्दुओ के धर्म पर कुठारघात है और इससे आने वाले समय में दुनिया भर में हिन्दू धर्म के ऊपर खतरा मंडराता प्रतीत हो रहा है ।
वही जिला अदालत में याचिका डालने वाले अधिवक्ता ने अपने याचिका में यह भी आरोप लगाया की जगत जननी माता सीता जी के ऊपर अमर्यादित टिप्पणी करने वाले कलयुग के विद्वान भाजपा नेता दिनेश शर्मा त्रेतायुग के विद्वान राक्षस रावण के सामान ही है जो संयोगवश ब्राह्मण जाति से ही आते थे  फर्क यही है की उन्होंने साधू के भेष में जगत जननी माता सीता जी का अपहरण कर अपमान किया था और कलयुगी रावण दिनेश शर्मा ने अभद्र टिप्पणी कर के जगत जननी माता सीता जी का अपमान किया है ।
अधिवक्ता श्री सिंह ने याचिका में यह भी कहा की जगत जननी माता सीता जी के ऊपर गलत टिप्पणी कर टेस्ट ट्यूब बेबी कहना एक गंभीर से गंभीर अपराध की श्रेणी में आता है , दिनेश शर्मा ने माता जी का ही नही बल्कि संपूर्ण जगत के नारी का अपमान किया है और इसके लिए दिनेश शर्मा को अपराधी मानते हुए कठोरतम दण्ड मिलनी चाहिए ताकि फिर से कोई भी व्यक्ति किसी भी धर्म के देवी देवताओं के ऊपर किसी भी प्रकार का ब्यानबाजी करने का दुरसाहस् न कर सके ।
 दिनेश शर्मा के विरुद्ध डाले गये याचिका में अधिवक्ता का दावा है की उत्तरप्रदेश के उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने सीता माता जी को लेकर जो बाते कही गई है वो जानबूझ कर झूठा, मनगढ़ंत, तथ्यहीन और निराधार है इससे हिन्दू धर्म खतरे में पड़ सकता है था। पूरी दुनिया में हिन्दू धर्म मजाक के पात्र बन सकते है। याचिकाकर्ता का कहना है कि जबसे टेलीविजन पर समाचार के माध्यम से दिनेश शर्मा का बयान सुने तबसे याचिकाकर्ता के मन के अंदर अजीब ढंग की बेचैनी सी बढ़ गई है और ऐसा प्रतीत हो रहा है की जैसे  उनके सीने के अंदर कोई खंजर भोक दी हो और इससे उतपन्न होने वाली रहस्यमयी पीड़ा अथाह समुंदर की तरह हिलोरे मार रही हो।
DK singh
* लेखक डि.के. सिंह मधेस विषयक शोधकर्ता एवं सामाजिक-राजनीतिक अभियन्ता है।

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