पूर्व तैयारी की जरुरत – डाँ. रामदेव राय, डायरेक्टर
बाढ़ में लोगों को डूबने से शरीर में इंफेक्शन होने का चांस बहुत ज्यादा होता है । बस्ती डुबान के समय में खाने की एक विकट समस्या होती है क्योंकि ऐसे समय पर खाना पकाना और सामग्री को इकट्ठा करना बहुत ही मुश्किल होता है । पीने योग्य पानी मिलना मुश्किल होता है क्योंकि तराई के ज्यादातर क्षेत्रों में अभी भी चापा कल का प्रयोग करते हैं । जब बाढ़ का पानी पाइप के पास आ जाता है तो वह पानी दूषित हो जाता है जो पीने योग्य नहीं होता है । सांप व बिच्छू भी ऊंची जगह पर पहुंच जाते हैं जो मनुष्य के जान के लिए खतरा साबित होते हैं । इन सारी समस्याओं से खानापीना अनुकुल न होने पर रोग फैलने की संभावना बढ़ जाती हैं, लोग बीमार होने लगते हैं, तो ऐसी अवस्था में स्वास्थ शिविर संचालन करनें के लिए भी सरकार को पूर्व तयारी की जरुरत पड़ती हैं । राहत सामग्री में फास्ट फुड ही होने के कारण भी लोग बीमार हो जाते हैं । लोगों को उस वक्त स्वच्छ खाना, और पीने का पानी न होने पर बहुत सारी समस्याओं का समाना करना पड़ता है ।