काठमाडौं–पटना–बोधगया बससेवा शुरु (फोटो फिचर)
५ साल के भीतर रक्सौल–काठमांडू रैल संचालन होने की सम्भावना हैः मन्त्री महासेठ
काठमांडू, १३ सितम्बर । काठमांडू से भारतीय शहर पटना होते हुए बोधगया तक के लिए सुविधा सम्पन्न आधुनिक बस सेवा शुरु हो गया है । भारत तथा नेपाल सरकार के बीच सम्पन्न सहमति अनुसार यह बस सेवा शुरु की गई है । बिहीबार काठमांडू में आयोजित एक विशेष कार्यक्रम के बीच भौतिक योजना तथा यातायात मन्त्री रघुवीर महासेठ तथा नेपाल स्थित भारतीय राजदूत मंजीव सिंह पुरी ने बस सेवा का उद्घाटन किया । स्वयम्भू मञ्जुश्री याताया सेवा प्रा.लि. ने अनलाइन टिकेटिङ की व्यवस्था सहित यात्रु मैत्री बस सेवा नियमत शुरु किया है ।

कार्यक्रम को सम्बोधन करते हुए विशेष अतिथि एवं नेपाल स्थित भारतीय राजदूत महामहिम मंजीव सिंह पुरी ने कहा कि काठमांडू–पटना–बोधगया बससेवा नेपाल–भारत कनेक्टिभिटी, आपसी संबंध और नेपाल की समृद्धि के लिए एक महत्वपूर्ण कडी है । उनका मानना है कि इससे नेपाल और भारत के नागरिक सहज एक–दूसरे के देश में आवत–जावत कर सकते हैं, जिससे नेपाल में धार्मिक पर्यटकों की संख्या में वृद्धि हो सकती है । राजदूत पूरी ने यह भी कहा कि नेपाल–भारत बस सेवा संचालन के लिए यातायात मन्त्री रघुवीर महासेठ का योगदान महत्वपूर्ण है ।
इसीतरह प्रमुख अतिथि के रुप में कार्यक्रम को सम्बोधन करते हुए भौतिक योजना तथा यातायात मन्त्री रघुवीर महासेठ ने कहा कि नेपाल–भारत संबंध आज का नहीं, रामायणकाल से ही है, जो राजनीतिक स्वार्थ के कारण नहीं टूट सकता । उनका मानना है कि काठमांडू–बोधगया बस सेवा से जनस्तर के बीच रहे संबंध में और मजबूती प्रदान करती है, जो दोनों देश की जनता के लिए खुशी की बात है । मन्त्री महासेठ ने कहा कि अब नेपाल से भारत की हर शहर में प्रत्यक्ष बस सेवा सञ्चालन की जाएगी, जिसके लिए नेपाल सरकार और भारत सरकार के बीच सहमति हो चुकी है । मन्त्री महासेठ ने आगे कहा– ‘भारतीय प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि सगरमाथा की देश नेपाल को समुद्र तक जोड़ेगे । जब मोदी जी ने यह बात कहा तो नेपाल में उक्त कथन को लेकर कुछ लोगों ने हाँसीमजाक भी किया है । लेकिन आज उनकी वही विजन के अनुसार काम हो रहा है ।’
मन्त्री महासेठ ने दावा किया कि ५ साल के अन्दर रक्सौल–काठमांडू रैल सेवा संचालन होने की सम्भावना भी है । उन्होंने कहा कि आगामी दिसम्बर तक विराटनगर स्थित सीमा क्षेत्र तक ५ हजार मेट्रिकटन भार–बहन क्षमता की पानी जहाज भी आनेवाला है । उन्होंने यह भी कहा कि दोनों देशों की पहल में गण्डक और कोशी में जहाज चलाने के लिए भी पहल हो रहा है, जिसके लिए जल्द ही सर्वे का काम होने जा रहा है । उन्होंने कहा कि आगामी दिसम्बर महीना के प्रथम हफ्ता में नेपाल में भारतीय रैल आनेवाला है, जो दोनों देशों को आपस में जोड़ती है । मन्त्री महासेठ को मानना है कि इसतरह का कनेक्टिभिटी के कारण जनता–जनता बीच आपस में जो संबंध है, उस में वह थप मजबुत बनता जाएगा ।
मन्त्री महासेठ को मानना है कि अधिक से अधिक यातायात संजाल से नेपाल–भारत को जोड़ेंगे तो नेपाल की पर्यटकीय क्षेत्र में कायापलट होनेवाला है, जिससे यहां की जीवनस्तर में काफी स्तरोन्नती हो सकती है, देश की अर्थतन्त्र में व्यापक सुधार किया जा सकता है । उन्होनें आगे कहा– ‘इसके लिए नेपाल सरकार की ओर से जो कानुनी सहयोग चाहिए उसके लिए सरकार तैयार है, नेपाल–भारत बीच संचालन होनेवाला बसों की संख्या बढ़ोत्तरी करने की जिम्मेदवारी व्यावसायियों का भी है ।’
कार्यक्रम में धन्यवाद ज्ञापन करते हुए स्वयम्भू मञ्जुश्री याताया सेवा प्रा.लि. के अध्यक्ष अनुज चालिसे ने कहा कि यात्रुओं की इच्छा और सुविधा को मध्यनजर करते हुए यह बस सेवा शुरु की गई है । इसीतरह संस्था के वरिष्ठ उपाध्यक्ष छिरिङ शेर्पा को कहना है कि स्वयम्भु मञ्जुश्री यातायात सेवा प्रा.लि. हरदम जनता की चाहना और आकांक्षाओं को सम्मान करती है और अपनी सेवा बिस्तार करते हुए आगे बढ़ेगी ।
कार्यक्रम में भारतीय राजदुतावास के डिपुटी चिफ अफ मिसन (डिसिएम) अजय कुमार, सिप्रदी ट्रेडिङ के उपाध्यक्ष सौरभराज थपलिया, यातायात व्यवसायी राष्ट्रीय महासंघ के जीतबहादुर भारती लगायत वरिष्ठ पदाधिकारी तथा यातायात से जुडे हुए विभिन्न व्यक्तित्व अतिथि के रुप में थे ।