दिखा हिमालिनी के समाचार का असर : सेवा परमों धर्म कथन को चरितार्थ कर दिखाया
अजयकुमार झा , जलेश्वर । आज से छह महिना पहले मिति 2074-12-7 को सर्लाही जिल्ला के मलंगवा स्थित (ब्रह्मभूमि हेल्थ रिसर्च सेंटर) के संस्थापक एक देव तुल्य चिकित्सक दम्पति के बारे में हिमालिनी ओनलाइन खबर में मेरा एक लेख छपा था।जिसमे इस घनघोर कलिकाल में भी सर्लाही के लोगों के लिए स्वास्थ और भरोसा का केंद्रबिंदु बने हुए डा.राकेश कुमार सिंह (पि एच डी) आयुर्वेद तथा बाल रोग विशेषज्ञ और डा.श्रीमती आशा झा (एम डी) स्त्री तथा प्रसूति रोग विशेषज्ञ के विशेष परिश्रम और योगदान के बारे में मैंने उल्लेख किया था कीज़ इन दोनों के अथक परिश्रम ने पिछले दो वर्षों में हजारों को निशुल्क इलाज कर (सेवा परमों धर्म) कथन को चरितार्थ कर दिखाया है। कितनो गरीव असहाय माँ बहनों तथा गर्भवतियों का निशुल्क शल्यक्रिया कर मृत्यु के मुह से बचाया है। लोग गुणगान करते नहीं थक रहे हैं। दो वर्षों में एक भी मरीज को अन्य जगह रेफर नहीं करना पड़ा। जो मरीज रोते हुए आए वो सब के सब अबतक हँसते हुए घर लौटे हैं। इन्होने दिल्ली और काठमांडू जैसे राजधानी को तथा सरकारी सुविधायुक्त जीवन शैली को त्याग कर दुर्गम गाव में अपनी कार्यक्षेत्र को चुना है। यह साधारण त्याग और चुनौती नहीं है जो इन दिव्य जोड़ीयों ने स्वीकार किया है। आज इनकी त्याग को कदर करते हुए नेपाल के राजधानी काठमांडू के जमल स्थित नाचाघर में 2075 भाद्र 29 गत्ते शुक्रवार के दिन बुद्धविर लामा के अध्यक्षता में हुए आठौं एकल साँझ कार्यक्रम में दोसल्ला के साथ साथ ताम्रपत्र द्वारा भव्यता के साथ सम्मान किया गया। इसमे देस,समाज और जनता के लिए उत्कृष्ट योगदान करने बाले तथा आधिकारिक व्यक्ति और संस्थाओं के द्वारा अनसुना कर दिए गए समाज सेवी, साहित्यकार, पत्रकार, खेलाडी, चिकित्सक,शिक्षक,गायक आदि को सम्मानित किया गया। जिसमे गीतकार ईश्वर श्रेष्ठ,देउडा सम्राट नन्दकृष्ण जोशी,साहित्यकार प्रतीक ढकाल, मिस एसएलसी रोजीना लामा,इलाम के सूर्योदय नगरपालिका प्रमुख रणबहादुर राई,मलंगवा के और्वेदिक चिकित्सक डा, राकेश कुमार सिंह, शिक्षक श्री रामचंद्र महतो आदि को सम्मानित किया गया।
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उक्त कार्यक्रम के प्रमुख अतिथि के रूप में पूर्व प्रधान मंत्री तथा साहित्यकार श्री लोकेन्द्र बहादुर चन्द्र जी शोभायमान थें। रु 1000 प्रति टिकट के वावजूद भी नाचघर खचाखच भरा हुआ था। प्रख्यात गायक गायिकाओं के द्वारा संगीत प्रस्तुत किया गया। तो वही पर श्री बुद्धवीर लामा के द्वारा रचित ((आमा तिम्रो माया)) गीत का संग्रह भी बिमोचित किया गया। टिकट से संकलित पैसों को बिभिन्न सामाजिक संस्थाओं को बितरण कर दिया गया।
नोट:- आयुर्वेद चिकित्सा से पि एच डी किए हुए डा.राकेश कुमार सिंह के त्याग और कठोर तपस्या को नेपाल के किसी व्यक्ति अथवा संस्था(ब्लू रेन एजुकेशन फाउंडेशन)) ने पहली बार सम्मान किया है। अतः बुद्धवीर लामा को कोटी कोटी धन्यवाद देना चाहूँगा।
