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मुंबई विश्वविद्यालय द्वारा “छायावाद एक पुनर्पाठ” विषय पर दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी

मुंबई विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग ने दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी यही शुक्रवार और शनिवार 15-16 मार्च को आयोजन किया है | नेपाल से त्रिभुवन विश्वविद्यालय हिंदी विभाग की पूर्व अध्यक्ष तथा नेपाल से प्रकाशित हिंदी पत्रिका हिमालिनी की सम्पादक  डॉ. श्वेता दीप्ति सहभागी हो रहीं हैं |

मुम्बई विश्वविद्यालय हिंदी विभाग के प्रोफेसर एवं अध्यक्ष डॉ. करुणाशंकर उपाध्याय तथा त्रि.वि.वि. हिन्दी विभाग की पूर्व अध्यक्ष डा.श्वेता दीप्ति

मुंबई विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग द्वारा “छायावाद एक पुनर्पाठ” विषय पर दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी 15 और 16 मार्च को फिरोजशाह मेहता भवन, विद्यानगरी में संपन्न होगी. इस संगोष्ठी का उद्घाटन 15 मार्च को 10: 30 बजे पं. रविशंकर शुक्ल वि.वि.,रायपुर के कुलपति डॉ. केशरीलाल वर्मा करेंगें. इस अवसर पर प्रख्यात आलोचक डॉ. सूर्यप्रसाद दीक्षित बीज वक्तव्य देंगे. जापान की प्रख्यात लेखिका डॉ. तोमोको किकुची मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगी. उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता मुंबई विश्वविद्यालय के प्रति कुलपति डॉ. रवींद्र कुलकर्णी करेंगे. इस अवसर पर वरिष्ट आय.ए.एस. अधिकारी श्री. राकेश मिश्र, प्रख्यात अभिनेता श्री. अखिलेन्द्र मिश्र, काठमांडू से त्रिभुवन विश्वविद्यालय हिंदी विभाग की पूर्व अध्यक्ष तथा नेपाल से प्रकाशित हिंदी पत्रिका हिमालिनी की सम्पादक  डॉ. श्वेता दीप्ति, महाकवि जयशंकर प्रसाद के प्रपौत्र और जयशंकर फाउंडेशन के अध्यक्ष श्री. विजयशंकर प्रसाद विशिष्ठ अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगे. हिंदी विभाग के प्रोफेसर एवं अध्यक्ष डॉ. करुणाशंकर उपाध्याय अतिथियों का स्वागत करते हुए प्रस्तावना प्रस्तुत करेंगे. प्रा. सुनील वळवी संचालन और डॉ. सचिन गपाट आभार ज्ञापित करेंगे.
संगोष्ठी के प्रथम सत्र का विषय “छायावाद का स्वरूप और पुनर्पाठ की संभावना” है. जिसकी अध्यक्षता केंद्रीय वि.वि. गांधीनगर के कुलसचिव एवं मानविकी संकाय अध्यक्ष डॉ. आलोक गुप्त करेंगें. इस सत्र में मुख्य वक्ता के रूप में डॉ. सुशीलकुमार पाण्डेय ‘साहित्येंदु’, डॉ. माधव पंडित, डॉ. आलोक पाण्डेय, डॉ. श्यामसुंदर पाण्डेय, डॉ. रामचंद्र माली, डॉ. प्रशांत नलावडे, डॉ. विद्याधर जोग तथा डॉ उर्मिला सिंह उपस्थित रहेंगी. इस सत्र का संचालन डॉ. दत्तात्रय मुरुमकर करेंगे. इसके बाद द्वितीय सत्र का विषय “महाकवि जयशंकर प्रसाद और छायावाद” रखा गया है. जिसकी अध्यक्षता महाराष्ट्र राज्य हिंदी साहित्य अकादमी कार्याध्यक्ष डॉ. शीतलाप्रसाद दुबे करेंगें. इस सत्र में मुख्य वक्ता के रूप में डॉ. महेंद्र प्रजापति, डॉ. दर्शन पाण्डेय, डॉ. ऋषिकेश मिश्र, डॉ. रामविचार यादव, डॉ. महात्मा पाण्डेय, डॉ. अमित शर्मा उपस्थित रहेंगे. इस सत्र का संचालन डॉ. हूबनाथ पाण्डेय जी करेंगे.
दिनांक 16 मार्च को 10:00 बजे संगोष्ठी का तीसरा सत्र आरंभ होगा. इसका विषय “महाप्राण निराला और छायावाद” है. इस सत्र की अध्यक्षता प्रख्यात कवि एवं साहित्यकार डॉ. रमाकांत शर्मा ‘उद्भ्रांत’ करेंगे. इस सत्र में मुख्य वक्ता के रूप में त्रिभुवन विश्वविद्यालय हिंदी विभाग की पूर्व अध्यक्ष तथा नेपाल से प्रकाशित हिंदी पत्रिका हिमालिनी की सम्पादक डॉ. श्वेता दीप्ति (काठमांडू), प्रो. डॉ. अवधेश शुक्ल, डॉ. नरेंद्र मिश्र, डॉ. चंद्रकुमार जैन, डॉ. अशोकनाथ त्रिपाठी, डॉ. मनप्रीत कौर उपस्थित रहेंगें. इस सत्र का संचालन भवन्स महाविद्यालय की उप-प्राचार्या डॉ. रेखा शर्मा करेंगी चतुर्थ सत्र का विषय “प्रकृति के सुकुमार चितेरे पंत और छायावाद” शीर्षक से रखा गया है. इस सत्र की अध्यक्षता हरीसिंह गौर वि.वि. सागर के हिंदी एवं संस्कृत विभाग के अध्यक्ष डॉ. आनंद प्रकाश त्रिपाठी करेंगें. इस सत्र में मुख्य वक्ता के रूप में डॉ. अनीता शुक्ला, आ. दिव्यचेतनानंद, डॉ. परितोष शर्मा, डॉ. मिथिलेश शर्मा, डॉ. वेदप्रकाश दुबे उपस्थित रहेंगे. इस सत्र का संचालन श्रीमती अंशु शुक्ला करेंगी.
पंचम सत्र का विषय महादेवी वर्मा और छायावाद है. इस सत्र की अध्यक्षता यू. के. से पधारी प्रवासी साहित्यकार डॉ. उषाराजे सक्सेना करेंगी. इस सत्र में मुख्य वक्ता के रूप में डॉ. पुष्पा भारती, डॉ. संजय ढोडरे, डॉ. उषा गुप्ता, डॉ. गीता पाण्डेय और डॉ. अंकिता चौहान उपस्थित रहेंगी. सत्र का संचालन श्रीमती कंचन यादव करेंगी.
समापन सत्र की अध्यक्षता मुंबई विश्वविद्यालय के कुलाधिपति नामित व्यवस्थापन परिषद सदस्य डॉ. दीपक मुकादम करेंगे. मुख्य अतिथि के रूप में त्रिभुवन विश्वविद्यालय हिंदी विभाग की पूर्व अध्यक्ष तथा नेपाल से प्रकाशित हिंदी पत्रिका हिमालिनी की सम्पादक डॉ. श्वेता दीप्ति और प्रख्यात पत्रकार श्री. प्रेम शुक्ल आमंत्रित हैं. विशिष्ट अतिथि के रूप में प्रख्यात चिंतक श्री. वीरेंद्र यागनिक, महाराष्ट्र के पुलिस महानिरीक्षक श्री. कृष्ण प्रकाश सिंह, वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. रामसागर सिंह, बैंक ऑफ़ बडौदा के महाप्रबंधक डॉ. जवाहर कर्नावट, क.ब.चौ. उत्तर महाराष्ट्र वि.वि.के हिंदी विभाग के अध्यक्ष डॉ. सुनील कुलकर्णी उपस्थित रहेंगे. समापन सत्र का संचालन डॉ. सचिन गपाट करेंगे. अंत में हिंदी विभाग के प्रोफेसर एवं अध्यक्ष डॉ. करुणाशंकर उपाध्याय आभार ज्ञापित करेंगे. इस संगोष्ठी का मीडिया पार्टनर ‘प्रवासी संदेश’ अख़बार है. इसके संपादक श्री. अरुण उपाध्याय ने संगोष्ठी के सफलता की कामना की है.



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