अध्यक्ष यादव ने राजपा से कहा– अब मधेश में आप लोगों की दुकान चलनेवाली नहीं है !
काठमांडू, ७ मई । नव गठित समाजवादी पार्टी के केन्द्रीय समिति अध्यक्ष उपेन्द्र यादव ने कहा है कि अब तराई–मधेश में छोटी–छोटी राजनीतिक पार्टियों की दुकान चलनेवाली नहीं है । उनका मानना है कि अब सभी को समाजवादी पार्टी में ही ध्रुवीकरण होना जरुरी है । संघीय समाजवादी फोरम नेपाल और नयां शक्ति पार्टी बीच सम्पन्न एकीकरण प्रक्रिया को सम्बोधन करते हुए उन्होंने ऐसा कहा है ।
अध्यक्ष यादव ने राष्ट्रीय जनता पार्टी (राजपा) का नाम तो नहीं लिया, लेकिन राजपा की ओर स्पष्ट संकेत करते हुए कहा– ‘अब मधेश में आप लोगों की दुकान चलनेवाली नहीं है । समाजवादी पार्टी में ही धु्र्वीकरण होना जरुरी है ।’ उन्होंने यह भी कहा कि राजपा पार्टी को समाजवादी पार्टी में ध्रुवीकरण करने के लिए प्रयास भी हो रहा है ।
अध्यक्ष यादव ने कहा कि लोकतन्त्र को समावेशी और सहभागितामूलक बनाने के बाद ही देश में शान्ति और समृद्धि सम्भव हो सकता है । उन्होंने कहा– ‘मधेशी होने के कारण या महिला होने के कारण ही अगर कोई नागरिक अधिकार से बंचित हो जाते हैं तो राष्ट्रीय एकीकरण सम्भव नहीं है । राष्ट्रीय भावनाओं की एकीकरण बिना शान्ति सम्भव नहीं है, शान्ति के बिना समृद्धि सम्भव नहीं है ।’ उनका यह भी कहना है कि नेपाल में सिर्फ एक भाषा ही सरकारी कामकाज की भाषा नहीं हो सकती, बहुभाषा नीति अवलम्बन करना जरुरी है ।
अध्यक्ष यादव ने कहा कि फोरम नेपाल और नयां शक्ति बीच सम्पन्न एकीकरण से निर्मित समाजवादी पार्टी ही हिमाल, पहाड और तराई को प्रतिनिधित्व कर सकती है, कांग्रेस और नेकपा नहीं है । उन्होंने कहा अब जनकपुर में आन्दोलन होते वक्त गोरखा चुप नहीं रह सकता और सोलुखुम्बु में आन्दोलन होते वक्त वीरगंज भी जाग उठेगा ।
अध्यक्ष यादव को मानना है कि नेपाल ऐसा देश हैं, जो जल्द ही समृद्ध राष्ट्र के रुप आगे आ सकती है । उन्होंने कहा कि यहां प्रचुर प्राकृतिक साधन–स्रोत से लेकर हवा पानी, संस्कृतिक महत्व की पर्यटकीय स्थल आदि है, जो नेपाल को विश्व के कई देशों से अधिक समृद्ध बना देता है । उन्होंने कहा कि इसके लिए राजनीतिक तथा प्रशासिनक क्षेत्र में सहभागिता मूलक समावेशी लोकतन्त्र आवश्यक है । उसके द्वारा ही नेपाल को समृद्धि के राह पर ले जा सकते हैं ।
अध्यक्ष यादव ने सरकार से आग्रह करते हुए कहा कि जल्द ही संविधान संशोधन कर असन्तुष्टियों को सम्बोधन करना चाहिए । नहीं तो समाजवादी पार्टी कभी भी सरकार छोड़ सकती है ।