जेल तोडकर कुख्यात अपराधी धिरेन्द्र यादव सहित १२ कैदी फरार
सुनसरी । विराटनगर प्रतिनिधि । सुनसरी जिला के झुम्का स्थित पूर्वाञ्चल क्षेत्रीय कारागार से जेल तोडकर १२ कैदी फरार हो गयें है । वे सभी विदेशी नागरिक थे । फरार होने में से एक वंगलादेशी नागरिक और ११ भारतीय नागरिक है । जेल तोड़नेवालों मे कुख्यात अपराधी धिरेन्द्र यादव भी सामिल है । कुख्यात अपराधी धिरेन्द्र यादव नेपाल पुलिस २८ जनवरी २००८ इटहरी स्थित रोयाल रिसोर्ट से गिरफ्तार किया था ।नेपाल पुलिस ने उसे राजविराज के कृषिविकास बैंक के मैनेजर विक्रम साह के हत्या तथा ३०लाख रयप्या लुट के आरोप मे तालाश कर रही थी और उसे फिल्मी स्टाइल मे धर दाबोचा था । वह पिछले ५ वर्ष से काठमाण्डू,विराटनगर,सिरहा,तथा झुम्का जेल मे बन्द था । अपराधी धिरेन्द्र यादव पर बैंक मैनेजर के हत्या के अलावा विराटनगर के उधोगपति भगवानदास राठी के पुत्र पवन दास राठी का अपहरण तथा २५लाख रुप्या फिरौती के बाद मुक्त,सुनसरी के व्यपारी सुर्यकिरण बोथरा का अपहरण आदि कइ संगिन आरोप हैं। जोगवनी अररिया फरविसगंज के प्रमुख व्यवसायी अरुण गोल्छा के हत्या मे नामजद रहे धिरेन्द्र यादव बिहार पुलिस के व्दारा लागातार छापामारी के बाद अपना शरणस्थल नेपाल को बनाया था ।धीरेन्द्र ने यहां हत्या, अपहरण, लूट की घटना को अंजाम दिया ही साथ ही नकली नागरिकता ले जमीन खरीदी, नेपाल में कर्इ बैंक में खाता खुलाये, भारतीय पुलिस के दबाव और अपराधिक घटना को देखते हुए तत्कालीन पूर्वांचल पुलिस प्रमुख के निर्देश पर टास्क फोर्स गठन की गयी जो सादा लिवास में इन सभी अपराधियो को इटहरी के एक होटल में धर दबोचा।
गुरुबार की मध्य रात को कैदी फरार होने का पता प्रहरी को शुक्रबार सुबह चला था । जिल्ला प्रहरी कार्यालय सुनसरी के अनुसार कारागार के पश्चिम–दक्षिण दिशा से कैदी निकल गए थे ।प्रहरी सुत्रों के अनुसार फरार की सूची में रमेश यादव, विनय यादव, दिनेश यादव, सुवास यादव, सर्पराज आलम, रमेश सदा, सुवास झा, जाकिर मियाँ, ममताज मियाँ और आरोप मियाँ है । कारागार के भितर सञ्चालित उद्योग में प्रयोग होनेवाले विभिन्न औजार के प्रयोग से उन लोगों ने जेल तोड़ डालने की बात प्रहरीले बताया है । प्रहरी के अनुसार उन लागों ने जले बाहर जाने के लिए ४० फिट लम्बी सुरुङ मार्ग निर्माण किया है ।
कुछ सुरक्षा विज्ञों ने बताया– “इतने लम्बे सुरुङ निर्माण होने तक कारागार के सुरक्षा प्रशासन को कुछ पता नहीं होना बहुत आश्चर्य की बात है । हो सकता है, जेल प्रशासन के कुछ अधिकारी भी इस घटना में सामिल है ।” फरार कैदियों को प्रहरी तलास कर रही है । ५ सौ कैदी की क्षमता रहे उस कारागार में ६ सय १८ कैदी को बन्दी बनाकर रखे गए थे ।जेल से फरार होने की सूचना पर सीमावर्ती मोरंग, सुनसरी, सप्तरी जिला से लगने वाली भारत-नेपाल सीमा पर विशेष चेकिंग अभियान चलाया जा रहा हैं पूर्वांचल के डीआर्इजी परशुराम खत्री मोरंग एसपी नीरज बहादुर शाही के निर्देश पर जगह जगह छापेमारी की जा रही है.