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धर्मपरिवर्तन स्वीकार्य नहीं : डॉ. शेखर कोईराला

डॉ. शेखर कोईराला, नेता (नेपाली कांग्रेस), हिमालिनी  अंक  अक्टूबर 2019 | नेपाल में बढते धर्म–परिवर्तन की घटनाओं और वर्तमान सरकार की कार्यशैली तथा काँग्रेस की स्थिति पर नेपाली कांग्रेस के केंद्रीय सदस्य व प्रभावशाली नेता डॉ. शेखर कोईराला से हिमालिनी सम्वाददाता माला मिश्रा की विशेष बातचीत पर आधारित ।



नेपाल के बदलते परिवेश में आज धर्मपरिवर्तन का विषय अत्यन्त संवेदनशील बना हुआ है । इसी विषय पर अपने विचारों को व्यक्त करते हुए डॉ शेखर कोईराला ने कहा कि नेपाल को विश्व में हिन्दु राष्ट्र के रूप में जाना जाता रहा है, यह अलग बात है कि आज इसे धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र बना दिया गया है । नेपाल सभी धर्मों का सम्मान करता है । किन्तु आज समाज में विकृतियाँ बढ़ रही हैं । गरीबी और अशिक्षा का फायदा उठाकर प्रलोभन के बल पर धर्म परिवर्तन कराया जा रहा है । इस आधार पर नेपाल में धर्म परिवर्तन को बर्दाश्त नही किया जाएगा और न ही इसे सरकारी तौर पर बढावा देना चाहिए । ढद्द प्रतिशत हिन्दु आबादी वाले राष्ट्र के संबिधान में स्पष्ट उल्लेख किया गया है कि प्रलोभन में आकर धर्म परिवर्तन का काम गैर कानूनी होगा । उन्होंने कहा कि विदेशी शक्तियों के दबाब में भले ही इस देश को धर्म निरपेक्ष बना दिया गया परंतु संविधान में गौ हत्या को गैर कानूनी ठहराया गया है । गाय हमारा राष्ट्रीय पशु है । गौ हत्या मान्य नहीं है पर ऐसे समाचार भी आते रहते हैं जहाँ खुलेआम इनका व्यापार भी होता है और हत्याएँ भी होती हैं । यह चिन्तनीय है ।  इसके अलावा सनातन काल से चली आ रही धर्म संस्कृति का संरक्षण सहित धार्मिक सांस्कृतिक स्वतंत्रता का रक्षा के विषय में संबिधान में कई अधिकार दिए गए हैं । जिसका ईमानदारी से कार्यान्वयन होना चाहिए ।  उन्होंने नेपाल में बढ़ रहे धर्म परिवर्तन का घटना पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि इसके रोकथाम के लिए धर्म परिवर्तन के नाम पर विदेशी फंड को रोकना होगा । विदेश से धर्म के नाम पर  एनजीओ ,आईएनजीओ फंड पर प्रतिबंध लगाना होगा । उन्होने वर्तमान कम्यूनिष्ट निरंकुश सरकार के क्रियाकलाप पर प्रश्न उठाते हुए कहा कि संविधान में उल्लेखित होने के बाद भी गौ हत्या ,धर्म परिवर्तन नही रुक रहा है जो दुखद है । नेपाल की वर्तमान सरकार पर उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार निरंकुश होकर काम कर रही है जो लोकतंत्र के हित में नहीं है । उन्होने चाइनीज राष्ट्रपति सी जिनपिंग के नेपाल दौर से दो दिन पूर्व जिनपिंग विचार धारा का  उच्च स्तरीय प्रशिक्षण पर सवाल उठाते हुए कहा कि नेपाल सिंगल पार्टी नही है, इस तरह का कार्य हास्यास्पद है ।

नेपाली कांग्रेस इसे कभी स्वीकार नही करेगा । उन्होंने यह भी कहा कि नेपाली कांग्रेस वर्तमान में कमजोर अवस्था में है।  सत्तारूढ़ कमयूनिष्ट पार्टी के वर्तमान सरकार मे दंडहीनता, भ्रष्टाचार का बोलबाला है । नित्य नए अप्रजातांत्रिक कार्य सत्तारूढ़ दल द्वारा किये जा रहे हैं । एक तिहाई बहुमत दंभ पर  मीडिया विधेयक लाकर सेंसरशिप लगाना आदि कई कार्य अशोभनीय है ।  इससे प्रजातांत्रिक व्यवस्था कमजोर होती जा रही है ।  इसको रोकने के लिए नेपाली कांग्रेस में यंग लीडरशिप और नेतृत्व परिवर्तन की आवश्यकता है । काँग्रेस को एक मजबूत विपक्ष की भूमिका का निर्वाह करना चाहिए जो नहीं हो पा रहा है ।  उन्होंने कहा पार्टी को मजबूत करने के लिए विभिन्न जिला का दौरा कर रहे हैं  । उन्होंने स्वीकार किया कि नेपाल में प्रमुख विपक्षी पार्टी गुटबंदी के कारण अपना काम सही ढंग से नही कर पा रहे हैं ।

 

नेपाली कांग्रेस की अवस्था काफी कमजोर है । उन्होंने इसके लिए पार्टी अध्यक्ष को जिम्मेदार ठहराया कहा कि मजबूत विपक्षी के लिए पार्टी को नया युवा नेतृत्व चाहिए । उन्होंने कहा युवा नेतृत्व में एक बार फिर पार्टी को मजबूती से आगे आना होगा । उन्होंने  पार्टी को मजबूत करने के उद्देश्य से विभिन्न जिला और पार्टी कार्यकर्ताओं से भेटघाट व विचार लेने का काम जारी रखने की जानकारी दी । उन्होंने कहा कि जन आकांक्षा अनुरूप एक बार फिर नेपाली कांग्रेस को मजबूती के साथ आगे आना होगा । उन्होंने पार्टी नेतृत्व में जल्द परिवर्तन का संकेत भी दिया ।



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