भाषिक उपनिवेशवाद के जन्जिर मे जकडा है मधेस : राज्य मन्त्री मण्डल
मनोज बनैता, सिरहा, २१ डिसेम्बर । उधोग , पर्यटन , वन तथा वतावरण राज्य मन्त्री सुरेश मण्डल ने नेपालके शिक्षा निती उपर कड़ी टिप्पणी की है । उनहोने कहा है कि नेपालमे होरहे भाषिक विभेद के कारण मधेस पिछे पडा है । मातृभाषा मे पढाइ अनिवार्य करने पर जोड देते हुवे उनहोने यह कहा कि सरकारी सेवामे समेत प्रश्नपत्र मातृभाषा मे होना चाहिए । वर्षो से भाषिक उपनिवेशवाद के बोझ तले दवे मधेस के लोगो की मातृभाषा को फिरसे जीवन प्रदान करना प्रदेश सरकारका कर्तव्य है ।
नगर सुधार समिति न.पा सुखीपुर ने एसइइ मोडेल नगरस्तरीय प्रतियोगिता परीक्षकाके पुरस्कार वितरण कार्यक्रमके प्रमुख अतिथि समेत रहे मन्त्री मण्डलने यह जिकिर किया है कि सामुदायिक तथा संस्थागत विद्यालयमे मातृभाषामे पढाइ अनिवार्यरुपमे लागू होते हि भाषिक विभेद अन्त होगा ।
उनहोने कहा कि अगर हमारे मातृभाषा बोलीमे ही सिमित रहा तो वो दिन दुर नही जब ईसका कोई अस्तित्व नही रहजाएगा । शिक्षा सेवा, लोक सेवा, प्रहरी प्रशासन और अन्य सेवा के प्रश्न पत्र समेत मातृभाषा मे होनेपर ही भाषिक विभेद अन्त होगा ।
नगर सुधार समिति न.पा सुखीपुरद्वारा संचालित कक्षा १० के निःशुल्क कोचिङ्ग के परीक्षा मे नगरभर के माध्यमिक स्कुल के बिद्यार्थी सामिल थे । नगर सुधार समिति के संयोजक बिपी भुवन यादव ने कहा कि समिति बिद्यार्थी के पढाइ के अलावा और बहुत समाजिक कार्य कररही है ।
प्रतियोगिता परिक्षाका परिक्षाफल उसी दिन निकालागया था जिसमे प्रथम स्थान माध्यमिक विद्यालय छजना, द्वितीय माध्यमिक विद्यालय कविलासी, तृतीय तेस्रो माध्यमिक विद्यालय मोहनपुर कमलपुर, चौथा माध्यमिक विद्यालय सुखीपुर, पाँचवा माध्यमिक विद्यालय दहिपौडी और छ्ठा माध्यमिक विद्यालय बलही हुवा है ।