जनकपुर में नेकपा और राजपा की संयुक्त जुलुश, राजपा के कुछ नेताओं में अन्तुष्टि
जनकपुरधाम, ६ जनवरी । राष्ट्रीयसभा चुनाव को लक्षित कर सत्तारुढ दल नेपाल कम्युनिष्ट पार्टी (नेकपा) और राष्ट्रीय जनता पार्टी (राजपा) नेपाल ने जनकपुरधाम में संयुक्त जुलुश प्रदर्शन किया है । राष्ट्रीयसभा के लिए खाली १८ सिटों में से प्रदेश नं. २ से ४ सांसद् निर्वाचन होकर आएंगे । इसके लिए आइतबार दोनों पार्टी मिलकर संयुक्त रुप में जुलश प्रदर्शन करते हुए उम्मीदवारी दर्ता किए हैं । नेकपा और राजपा की संयुक्त जुलुश को कई लोगों ने आश्चर्यजनक दृश्य के रुप में व्याख्या किए हैं ।
संविधान संशोधन संबंधी मुद्दा को लेकर नेकपा के प्रति तीव्र आक्रोश व्यक्त करनेवाले कुछ नेता संयुक्त जुलुश को लेकर असन्तुष्ट भी दिखाई दिए हैं । जुलुश में नेकपा के चुनाव चिन्ह सूर्य और राजपा की चुनाव चिन्ह छाता लेकर नेता तथा कार्यकर्ता सहभागी हुए थे । मधेश आन्दोलन के बाद तराई–मधेश में नेकपा और मधेशवादी दलों की कार्यकर्ता के बीच आपसी दुश्मनी चरम–सीमा पर थी । लेकिन आइतबार दोनों पार्टी के नेता–कार्यकर्ता मिलकर जुलुश प्रदर्शन कर रहे थे, जिसको देखकर आम लोगों में चर्चा हो रही थी कि राजनीति एक स्वार्थपूर्ण खेल है, जहां जनता की भावना को सम्मान नहीं मिलती है ।
राजपा सम्बद्ध कुछ नेताओं ने कहा भी है कि इसतरह जनता के सामने जाने के लिए शर्म आती है, लेकिन क्या करें केन्द्रीय नेताओं ने सहमति की, हम लोग जुलुश में सहभागी होने के लिए बाध्य हैं । लेकिन इसतरह अभिव्यक्ति देनेवाले नेता खुलकर बाहर आना नहीं चाहते हैं । उन लोगों का कहना है कि संविधान संशोधन संबंधी मुद्दा को लेकर राजपा ने जो संघर्ष किया, आज तक मुद्दा सम्बोधन नहीं हो पाया है, लेकिन दोनों पार्टी मिल चुके हैं । वे लोग आगे कहते हैं कि अब कैसे जनता में जाए, मुँ दिखाने के लिए भी लायक नहीं रहे हम ।
इधर सहकार्य पक्षधर नेताओं का कहना है कि संविधान संशोधन संबंधी मुद्दा आज भी यथावत है, जिसके लिए राजपा संघर्ष करती रहेगी । उन लोगाें का यह भी मानना है कि राजनीति में हरदम कोई भी स्थायी दुश्मन और स्थायी शत्रु नहीं होगी ।