चीन में सार्स वायरस से मरने वालों की संख्या नौ पहुँची
चीन में सार्स (SARS virus) जैसा वायरस से मरने वालों की संख्या नौ पहुंच गई है। बीजिंग ने एक बार फिर से चेतावनी जारी किया है कि एसएआरएस वायरस तेजी से फैल रहा है। अब तक इस वायरस की चपेट 440 तक पहुंच गया है। इस बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन ने अलर्ट जारी किया है।
समाचार एजेंसी एएफपी की रिपोर्ट के मुताबिक मरने वालों की संख्या में इजाफा हुआ है। इस घातक वायरल न्यूमोनिया से अब तक नौ लोगों की मौत हो चुकी है। इस नए कोरोनो वायरस के सीवियर एक्यूट रेस्पिरेटरी सिंड्रोम (Severe Acute Respiratory Syndrome) से जुड़े होने कारण चीन समेत दुनिया के बाकी मुल्क सतर्क हो गए हैं। साल 2002 से 2003 के दौरान चीन और हांगकांग में यह लगभग 650 लोगों की जान ले चुका है।
भारत ने जारी किया एडवाइजरी
वुहान शहर में वायरल न्यूमोनिया के प्रकोप को देखते हुए भारत ने चीन जाने वाले अपने नागरिकों के लिए एडवाइजरी जारी की है। भारत द्वारा जारी यात्र चेतावनी में कहा गया कि चीन में संक्रामक नोवेल कोरोनावायरस का पता चला है। 11 जनवरी तक 41 लोग इसकी चपेट में आ चुके हैं। बता दें कि वुहान के विश्वविद्यालयों के मेडिकल कॉलेजों में लगभग पांच सौ भारतीय छात्र पढ़ते हैं। हालांकि इनमें से अधिकांश चीनी नव वर्ष की छुट्टियों के चलते भारत आने के लिए निकले हैं।
क्या है कोरोना वायरस
कोरोना वायरस विषाणुओं के परिवार का है। यह वायरस ऊंट, बिल्ली तथा चमगादड़ सहित कई पशुओं में भी प्रवेश कर रहा है। कोरोना वायरस के मरीजों में आमतौर पर जुखाम, खांसी, गले में दर्द, सांस लेने में दिक्कत, बुखार जैसे शुरुआती लक्षण देखे जाते हैं। इसके बाद ये लक्षण न्यूमोनिया में बदल जाते हैं और किडनी को नुकसान पहुंचाते हैं। अभी तक इस वायरस से निजात पाने के लिए कोई वैक्सीन नहीं बनी है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक कोरोना वायरस सी-फूड से जुड़ा है।