निर्मल दरबार के बारे मे
पाठक पत्र सम्पादक जी, हिमालिनी के मई अंक में करुणा झा का लेख ‘निर्मल बाबा
पाठक पत्र सम्पादक जी, हिमालिनी के मई अंक में करुणा झा का लेख ‘निर्मल बाबा
निर्मल बाबा उर्फ निर्मलजीतसिंह नरूला ने लगता है भक्तों पर कृपा बरसाना बंद कर दिया
सुरर्खियाँ बटोर रहे निर्मल बाबा आज किसी परिचय के मोहताज नहीं है। हिन्दी भाषी राज्यों
नई दिल्ली।। टीवी चैनलों पर ‘थर्ड आई ऑफ निर्मल बाबा’ नाम के विज्ञापन दिखाकर कृपा