आधि रात में नेपाल–भारत बीच नागरिकों की आदान प्रदान, ६८७ नेपाली और १४८३ भारतीय अपने–अपने देश में प्रवेश
नेपालगंज, १५ मई । नेपाल और भारत सरकार के बीच अनौपचारिक सहमति बनी थी कि लकडाउन के समयावधि में जिस देश का नागरिक जहां हैं, वह वही रहेंगे । लेकिन बिहीबार रात में नेपालगंज स्थित नेपाली प्रशासन और भारतीय प्रशासन ने यह सहमति भंग किया है और दोनों देशों ने अपने–अपने देश में रहे विदेशी नागरिकों को उनके अपने देश में भेज दिया है । बिहीबार शाम ७ बजे से आधि रात नागरिक आदन–प्रदान की शीलशीला जारी रहा ।
हां, बिहिबार ६८७ नेपाली नागरिक और १४८३ भारतीय नागरिकों ने अपने–अपने देश में प्रवेश पाए हैं । दोनों देशों की सुरक्षा अधिकारियों के बीच हुए विचार–विमर्श के बाद नेपाल में फसे भारतीय नागरिक और भारत में फसे नेपाली नागरिकों को अपने–अपने देश में प्रवेश मिला है । प्राप्त समाचार अनुसार नेपालगंज नाका से नेपाल प्रवेश करनेवाले नेपाली कंचनपुर से झापा जिला तक के स्थायी निवासी है । नेपालगंज महानगरपालिका ने कहा है कि वे लोग नेपाल के ४३ जिलों के स्थायी बासिन्दा हैं ।
नेपाल प्रवेश करनेवाले बाँके स्थायी निवासी २१४ और बर्दिया स्थायी निवासी ६ व्यक्ति को नेपालगंज स्थित महेन्द्र बहुमुखी कैंपस में रखा गया है, बांकी लोगों को नेपालंज भन्सार कार्यालय के पास निर्मित अस्थायी क्वारेन्टाइन में रखा गया है । नेपालगंज महानगरपालिका के मेयर धवल शमशेर राणा ने कहा है कि उन लोगों को वही १४ दिनों तक रखा जाएगा और पसीआर परीक्षण के बाद ही अपने घर जाने के लिए व्यवस्थापन किया जाएगा ।