जिधर देखो उधर ही एक ही रोना है “कोरोना”” है : लक्ष्मण नेवटिया
व्यङ्ग्य
पेट में क्वारेन्टाइन
घटना आज प्रात:काल की है,
सरकारी अस्पताल की है ,
डाक्टर डर रहा था
बच्चा पैदा होने में हो रही लेट से,
इतने में ही बच्चा चिल्लाया पेट से,
डाक्टरसाहब!
यहाँ पेट के क्वारेन्टाइन में नि:शुल्क
आनन्द से खाना पिना सोना है।
बाहर जन्मकर करूँगा भी क्या खाक!
जिधर देखो उधर ही एक ही रोना है
“कोरोना”” है।

विराटनगर -९