नेपालगन्ज मे १३० वाँ विश्व क्षयरोग दिवस मनाया गया ।
नेपालगन्ज,पवन जायसवाल । १३० वाँ विश्व क्षयरोग दिवस विभिन्न कार्यक्रमों के साथ २४ मार्च को आइतवार के दिन नेपालगन्ज में मनाया गया ।
“गुणस्तरीय और सर्वसुलभ सेवाओं में हमारा प्रतिबद्धता, क्षयरोग बिहिन संसार बनाने के लिये विश्वव्यापी एकता” मूल नाराओं के साथ मनाया गया दिवस में क्षयरोग से सम्बन्धित विभिन्न जनचेतनामूलक प्लेकार्ड लिये हुये स्वास्थ्यकर्मी, स्वास्थ्य से सम्बन्धित शैक्षिक प्रतिष्ठान, संघ संस्थाओं लगायत के प्रतिनिधियों की सहभागिता थी। भेरी अञ्चल अस्पताल नेपालगन्ज से निकला र्याली त्रिभुवन चौक, सदरलाइन, त्रिवेणीमोड, बागेश्वरी मन्दिर, घरवारी टोल होते हुये धम्बोझी चौक में पहुँचकर कार्यक्रम का समापन हुआ था ।
र्याली में कलेज अफ अलाइड हेल्थ साइन्स नेपालगन्ज, कैलपाल हस्पिटल एण्ड कलेज, वेष्टर्न नर्सिङ कलेज नेपालगन्ज, भेरी नर्सिङ कलेज, त्रिभुवन विश्वविद्यालय चिकित्सा शास्त्र अध्ययन संस्थान नर्सिङ क्याम्पस नेपालगन्ज के शिक्षक, छात्र छात्राओ की भी सहभागिता रही थी ।
जिला जन स्वास्थ्य कार्यालय बाके, नेपाल क्षयरोग निवारण संस्था बाके, आई.एन.एफ. बाके, बि.एन.एम.टी. और टि.बी. नेपाल के संयुक्त आयोजन में सम्पन्न कार्यक्रमों में जिला जन स्वास्थ्य कार्यालय बाँके के क्षय कुष्ट अधिकृत प्रेम के.सी.ने स्वागत मन्तव्य व्यक्त किया था । क्षयरोग सम्बन्धि जानकारी आई.एन.एफ.बाँके के डा. सुशील कोइराला, भेरी नर्सिङ कलेज नेपालगन्ज की सुशीला पौडेल ने आपना –अपना विचार रख्खा था ।
कार्यक्रम का समापन जिला जन स्वास्थ्य कार्यालय बाँके के निमित्त कार्यालय प्रमुख सुन्दर लाल शाक्य ने इस विश्व क्षयरोग दिवस कार्यक्रम में सहभागी होकर कार्यक्रम को सफल बनाया ।
नेपाल क्षयरोग निवारण संस्था बाके के निर्वतमान सभापति पूर्णलाल चूके ने १३० वाँ विश्व क्षयरोग दिवस के अवसर पर क्षयरोग नियन्त्रण करने में अधिक समय से योगदान देते आ रहे बिभिन्न ५ ब्यतियों को सम्मान करने का घोषणा किया ।
सम्मानित होने वालों में नेपाल क्षयरोग निवारण संस्था बाके में अधिक समय से सेवा करते आ रहे समाजसेवी पवन जायसवाल, आई.एन.एफ. बाके के जग बहादुर चौधरी, बिनौना उप स्वास्थ्य चौकी के प्रमुख देव नारायण उपाध्याय, फत्तेपुर–७ की महिला स्वयंसेबिका टिका बि.सी., नेपालगन्ज मेडिकल कलेज कोहलपुर के सिनियर ल्याब टेक्नीसियन सांकेत बिहारी शर्मा रहे हैं । इसी तरह आई.एन.एफ. बाँके में उपचार कराते आ रहे विमारीओं को फलफूल वितरण किया गया था ।
उसी दिन शाम को क्षयरोग से दिवंगत हुयें ज्ञात अज्ञात व्यक्तिओं के यादों में धम्बोझी चौक में दीप प्रज्वलन भी किया गया था ।
उसी अवसर में नेपाल क्षयरोग निवारण संस्था बाके के सभापति रण प्रसाद राना, निवर्तमान सभापति पूर्णलाल चुके, नेपाल क्षयरोग निवारण संस्था बाके के संस्थापक सदस्य मीना श्रेष्ठ, नेपालगन्ज उद्योग व्यापार संघ के सदस्य रचना श्रेष्ठ, जिला जनस्वास्थ्य कार्यालय बाके के क्षय कुष्ठ अधिकृत प्रेम के.सी., महेश्वर पौडेल, वाणिज्य कार्यालय नेपालगन्ज के प्रमुख गोविन्द पाण्डेय, आई.एन.एफ. बाँके के डा. सुशील कोइराला, आई.एन.एफ.के क्लिनिक इञ्चार्ज हिक्मत खड्का, पुनरावेदन वार नेपालगन्ज के पूर्व अध्यक्ष सुनील श्रेष्ठ, नेपाल क्षयरोग निवारण संस्था बाके के जिला कार्यक्रम संयोजक माधवराम वर्मा लगायत लोगों की सहभागिता रही थी ।
इसी तरह मार्च २२ तारीख शुक्रवार के दिन पत्रकार अन्तरक्रिया कार्यक्रम का आयोजन करके बाके जिला क्षयरोग के अवस्था के बारेमे जानकारी कराया गया था ।
इसी अवसर में बाके जिला में पछिले वर्षो में क्षयरोग का जोखिम उच्च बना है । विमारीयों ने नियमित औषधी सेवन ना करने से और स्वास्थ्यकर्मीयों व्दारा भी अच्छा से निगरानी नही करने के कारण से क्षयरोग का जोखिम उच्च बना हुआ है स्वयम् स्वाथ्यकर्मीयो ने यह बात बताया । खुला सिमाना होने के कारण से भी रोग का जोखिम में उच्च रहा है । विमारी मे से अधिकांश लोग शहरी क्षेत्र के होने की जानकारी स्वास्थ्यकर्मीओं ने दी ।
बाके जिला में आर्थिक वर्ष ०६८-६९ में १ सौ ५ लोग क्षयरोग के विमारी रहे थे । इसी तरह ५ वर्ष का औसत डाटा देखा जाय तो वर्षो में क्षयरोगीयों की सङ्ख्या बढ्ती ही जा रही है । नेपाल क्षयरोग निवारण संस्था बाके के सभापति रणप्रसाद राना ने यह जानकारी दिया । बाके जिला में अभी तक १५ परीक्षण केन्द्र रख्खा गया है और १९ डट्स केन्द्र और ३७ डट्स उप केन्द्र रहा है पत्रकार अन्तरक्रिया कार्यक्रम में यह जानकारी कराया गया था ।
कार्यक्रम में जिला जन स्वास्थ्य कार्यालय बाके के निमित्त कार्यालय प्रमुख सुन्दरलाल शाक्य, क्षय -कुष्ट अधिकृत प्रेम के.सी., नेपाल क्षयरोग निवारण संस्था बाके के सभापति रण प्रसाद राना, जिला कार्यक्रम संयोजक माधवराम वर्मा लगायत लोगों ने क्षयरोग सम्बन्धि जानकारी दिया ।