पशुपति मन्दिर में क्षमापूजा के लिए भारत से बुलाया गया २५ ब्राह्मण
काठमांडू, २१ फरवरी । हिन्दू धर्मावलम्बियों के लिए महत्वपूर्ण तीर्थस्थल काठमांडू स्थित पशुपतिनाथ मन्दिर में क्षमापूजा के लिए दक्षिण भारत से २५ ब्राह्मण को बुलाया गया है । पशुपतिनाथ मूल मन्दिर स्थित ज्योतिर्लिंग के निचे सोने की जलहरी रखने से पहले जलहरी मर्मत और क्षमापूजा संबंधी प्रक्रिया शनिबार से शुरु हो चुका है । इसी के लिए भारत से २५ ब्राह्मण को बुलाया गया है ।
क्षमापूजा में ९६ नेपाली ब्रह्मण और २५ भारतीय (कूल १२१) ब्रह्मण सहभागी हो रहे हैं । पशुपति विकास कोष के सदस्य सचिव डा. प्रदीप ढकाल के अनुसार आगामी बुधबार यहाँ क्षमापूजा की जा रही है । राजा रणबहादुर शाह के शासनकाल में यहां चाँदी का जलहरी रखा गया था । उक्त जलहरी जीर्ण हो चुका है । वर्षों से इसको बदलने की चर्चा भी हो रही थी । लेकिन नहीं हो पा रही थी ।
गत माघ १२ गते जब प्रधानमन्त्री केपीशर्मा ओली पूजापाठ के लिए पशुपति पहुँच गए थे, उसी समय प्रधानमन्त्री ओली ने जलहरी रखने के लिए नेपाल सरकार की ओर से ३० करोड नेपाली रुपये देने की घोषणा की थी । तब से ही यहाँ तीव्र गति से काम हो रहा है । सदस्य सचिव डा. ढकाल के अनुसार बांकी ३० करोड विकास कोष ने अपनी आन्तरिक स्रोत से व्यवस्थापन किया है । यहां कूल १०८ किलो सोने की जलहरी निर्माण हो रहा है । नेपाली सेना की सुरक्षा घेरा के भीतर कालिगढ़ जलहरी निर्माण का काम कर रहे हैं ।