म्यांमार में गुरुवार को पुलिस की गोलियों से दस और प्रदर्शनकारियों की मौत
म्यांमार के सुरक्षा बलों ने पिछले महीने हुए सैन्य तख्तापलट के खिलाफ शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे लोगों पर घातक बल प्रयोग रोकने की संयुक्त राष्ट्र की अपील को दरकिनार करते हुए गुरुवार को एक बार फिर से प्रदर्शनकारियों पर गोलियां चला दी, जिससे कम से कम 10 प्रदर्शियों की मौत हो गई है।
सेना ने चुनी हुई नेता आंग सान सूची पर भी नए आरोप लगाए, जिन्हें सेना ने एक फरवरी को अपदस्थ कर दिया था। सेना ने राजधानी नेपीता में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि सूची ने साल 2017-18 में अपने राजनीतिक सहयोगी यंगून के पूर्व मुख्यमंत्री फ्यो मिन तेन से अवैध तरीके से छह लाख अमेरिकी डॉलर और सोना हासिल किया था।
सेना के प्रवक्ता ब्रिगेडयिर जनरल जॉ मिन तुन ने कहा कि फ्यो मिन तेन ने सूची को पैसे और सोना देने की बात स्वीकार की है। हालांकि उन्होंने इसका कोई सबूत पेश नहीं किया।
गुरुवार को स्थानीय मीडिया में आ रहीं खबरों और सोशल मीडिया पोस्ट में कहा गया है कि मध्य मेगेवे क्षेत्र के एक कस्बे म्येंग में छह जबकि यंगून, मंडाले, बोगा और तोंगू में एक-एक व्यक्ति की मौत हुई है।
इससे पहले भी सुरक्षा बल ने प्रदर्शनकारियों पर गोलियां भी चलाईं हैं, जिसमें 60 लोगों की मौत हो चुकी है। इसके अलावा उनपर आंसू गैस, रबर की गोलियों और पानी की बौछारों का इस्तेमाल भी किया गया और कई प्रदर्शनकारियों की बर्बरता से पिटाई भी की गई।
न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा बल ने बुधवार को सर्वसम्मति से सैन्य तख्तापलट को वापस लेने की अपील की और शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों के खिलाफ हिंसा की कड़ी निंदा की थी।