महोत्तरी से खोई लडकियों का बयान गायिका बनने गईं थीं भारत
काठमाडौं ।
महोत्तरी से खोई ७ किशोरियों को सशस्त्र प्रहरी और नेपाल प्रहरी की टोली भारत से नेपाल लेकर आई है ।
मंगलबार से ये लापता थीं । बुधवार रात सशस्त्र प्रहरी के इन्सपेक्टर बिर्खबहादुर शाही नेतृत्व की टोली ने भारतीय सीमा सुरक्षा बल के साथ समन्वय कर नेपाल लाया है । किशोरियों को नेपाल लाने के लिए नेपाल प्रहरी के प्रनानी (सई) नेतृत्व की टोली भी नेपाल–भारत सीमा के भिट्टामोड पहुँची थी ।
बिहार के सितामढी स्थित रेल्वे स्टेशन में भारतीय प्रहरी को किशोरी मिलली थी और उन्होंने सशस्त्र प्रहरी को खबर किया था ।
भारतीय प्रहरी को उन लडकियों ने बताया कि वो गायिका बनने के लिए भारत आई हैं । भारतीय गैरसरकारी संस्था चाइल्ड लाईन ने उनका बुधवार दिनभर काउन्सेलिङ किया था ।
भंगाहा नगरपालिका वडा नम्बर–८ धर्मपुरा की किशोरियों को अपरिचित महिला बहला फुसलाकर सितामढी पहुँचाई थी । कहा गया है कि लडकियों को मुम्बई ले जाने का लोभ दिखाया गया था ।
मंगलबार दिन में घास काटने गई ११ वर्षीया अर्चना पासवान, १२ वर्षीया सिमा पासवान , १२ वर्षीया रञ्जना पासवान, १३ वर्षीया ज्योती पासवान, १३ वर्षीया रिया पासवान, १७ वर्षीया नगीना पासवान र २० वर्षीया अस्मिता पासवान लापता हो गई थीं । अस्मिता उच्च मावी भंगहामा कक्षा १२ में अध्ययनरत है और रिया और ज्योति कक्षा ८ में पढती हैं ।
सीमा और नगिना कक्षा ७ में पढ्ती है। अर्चना और रंजन कक्षा ५ में अध्ययनरत है ।