प्रचण्ड और नेपाल मीर जाफर हैं, जो दो तिहाई बहुमत में रहे अपने ही सरकार विरुद्ध क्रियाशील रहेः प्रधानमन्त्री
काठमांडू, १३ अप्रील । प्रधानमन्त्री भी रहे नेकपा एमाले के अध्यक्ष केपीशर्मा ओली ने अपने ही पार्टी के वरिष्ठ नेता तथा पूर्व प्रधानमन्त्री माधव कुमार नेपाल और एकीकृत माओवादी पार्टी के अध्यक्ष एवं पूर्व प्रधानमन्त्री पुष्पकमल दाहाल प्रचण्ड को मीर जाफर का संज्ञा दिया है । प्रधानमन्त्री ओली को मानना है कि नेता प्रचण्ड और नेता नेपाल अपने ही सरकार विरुद्ध हरदम क्रियाशील रहे हैं और दो तिहाई बहुमत में रहे अपने ही पार्टी के सरकार विरुद्ध विपक्षी नेताओं से हारगुहार किया है । नेपाल उत्पीडित जातीय मुक्ति समाज द्वारा आयोजित राष्ट्रीय भेला को मंगलबार सम्बोधन करते हुए उन्होंने ऐसा कहा है ।
नेता प्रचण्ड और नेपाल के प्रति संकेत करते हुए प्रधानमन्त्री ओली ने कहा– ‘लगभग दो तिहाई बहुमत में रहे अपने ही पार्टी नेतृत्व में रहे सरकार को असफल बनाने के लिए वे लोग कांग्रेस नेता के समक्ष पहुँच गए हैं । वामपन्थी सरकार को गिराने के लिए और सुदृढ सरकार को असफल बनाने के लिए क्रियाशील यह लोग मीर जाफर हैं, अन्तरघाती हैं । आन्दोलन को कमजोर बनानेवाले यही लोग हैं ।’ अपने मन्तव्य का अधिकांश समय उन्होंने प्रचण्ड के विरुद्ध आलोचना किया है । उन्होंने कहा कि आज भी प्रचण्ड की शेरबहादुर देउवा समक्ष पहुँच कर प्रधानमन्त्री बनने के लिए आग्रह करते हैं तो कभी महन्थ ठाकुर समक्ष यही मांग के साथ पहुँच जाते हैं ।
प्रधानमन्त्री ओली ने प्रचण्ड को भ्रष्मासुर का भी संज्ञा दिया है । उनका कहना है कि चुनावी तालमेल कर उन्होंने प्रचण्ड को जो शक्ति दिया, वही शक्ति आजक आकर पार्टी को ध्वस्त बनाने के लिए प्रयोग कर रहे हैं । उन्होंने आगे कहा– ‘आप लोगों ने सुना होगा कि उन लोगों ने मेरे शर पर हाथ रखा है, पार्टी अध्यक्ष पद से निष्काशित किया है, दल के नेता से भी निष्काशित किया है । यहां तक कि पार्टी की साधारण सदस्य से भी निष्काशन किया है ।’
पार्टी के वरिष्ठ नेता माधव कुमार नेपाल को सम्बोधन करते हुए अध्यक्ष ओली ने कहा है कि अगर इमानदार होकर वह एमाले में वापस होते हैं तो उनको काम करने की जिम्मेदारी दी जाएगी । लेकिन बिगत में किए गए गलती के प्रति आत्मालोचना करने के लिए अध्यक्ष ओली ने आग्रह किया ।