जीवन की जय होगी ! : गोलोक बिहारी राय
एपिडेमिक, पेस्टिलेन्स या पेंडेमिक
सब की सब क्षय होगी
जीवन की जय होगी !
नए तराने होंगे यारो और नई लय होगी
जीवन की जय होगी !
यह माना कि कठिन काल है
समय बहुत है भारी
जीवन कभी नहीं हारा है
मृत्यु हमेशा हारी
फिर आएगी शाम सुहानी बाज़ारों में भीड़ होगी
जीवन की जय होगी !