चीनी वैक्सीन : टीके लगाने के बाद भी कई देशों में तेजी से बढ़ रहा कोरोना
मंगोलिया ने देशवासियों से वादा किया था कि इस बार गर्मी का सीजन कोरोना मुक्त होगा। बहरीन ने अपने लोगों से कहा था कि जल्द ही सामान्य जिंदगी लौटेगी। सेशेल्स इकोनॉमी को ऊंचाई पर ले जाने की तैयारी में जुटा था। अब ये सारे दावे-वादे झूठे पड़ते दिख रहे हैं। आधी से ज्यादा आबादी के टीकाकरण के बावजूद इन देशों में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। दरअसल चीन की सिनोफार्म और सिनोवैक वैक्सीन पर भरोसा करना इन्हें महंगा पड़ गया।

सेशेल्स, बहरीन, चिली और मंगोलिया ने टीके लगाने की रफ्तार में अमेरिका को भी पीछे छोड़ दिया है। इन देशों की 50% से 68% आबादी को टीके लग चुके हैं। पर पिछले हफ्ते संक्रमण बढ़ने के मामले में ये देश टॉप-10 में रहे हैं। बात सिर्फ इन चार देशों की नहीं है, चीन से करीब 90 देशों ने वैक्सीन ली हैं और ज्यादातर इसके असर को लेकर चिंतित हैं।

वैक्सीन पर शंका
विशेषज्ञों के मुताबिक, इन देशों में कोरोना के नए केस शंका पैदा करते हैं कि चीनी वैक्सीन नए वैरिएंट्स का प्रसार रोकने में ज्यादा प्रभावी नहीं है। ऐसे में इन देशों में दोबारा लॉकडाउन, टेस्टिंग और अर्थव्यवस्था के थमने जैसे संकट का खतरा है। सबसे बड़ी चिंता यह है कि बचे हुए लोगों को वैक्सीन के लिए राजी करने में भी मुश्किल होगी।
एक्सपर्ट्स ने उठाए सवाल
ऑस्ट्रेलिया की फ्लिंडर्स यूनिवर्सिटी में पब्लिक हेल्थ के प्रोफेसर निकोलाई पेट्रोवस्की कहते हैं कि साफ दिख रहा है कि संक्रमण पर अंकुश लगाने में चीनी वैक्सीन का असर बेहद कम है। इसके अलावा इन वैक्सीन के साथ जोखिम यह है कि डोज लगवा चुके लोगों में कुछ या कोई लक्षण नहीं दिखते, फिर भी वायरस उनसे दूसरों में फैलता रहता है। हांगकांग यूनिवर्सिटी के वायरोलॉजिस्ट जिन डोन्गयान ने कहा कि अगर वैक्सीन प्रभावी होती तो ऐसा नहीं होता।
चीन ने डेटा शेयर नहीं किया
इसके अलावा चीनी कंपनियों ने डेटा साझा नहीं किया कि संक्रमण का फैलाव रोकने में वैक्सीन कितनी कारगर है। हालात ऐसे हैं कि अब चीन का सीडीसी कह रहा है कि हर्ड इम्यूनिटी के लिए देश की 85% आबादी को टीके लगाने होंगे। पहले यह अनुमान 70% था।
सेशेल्स में 10 लाख लोगों पर 716 नए केस, मंगोलिया में चार गुना बढ़ोतरी
68% आबादी को सिनोफार्म लगा चुके सेशेल्स में 10 लाख लोगों पर 716 नए केस मिल रहे हैं। मंगोलिया 52% आबादी को दोनों डोज दे चुका है, पर रोज नए केस चार गुना बढ़ गए। बहरीन और यूएई में भी संक्रमण बढ़ा है, जबकि अमेरिका में 45% आबादी को टीके के बाद केस 94% तक घट गए हैं। 57% आबादी को टीका लगा चुके इजराइल में 10 लाख लोगों पर 4.95 नए केस मिल रहे हैं।
स्रोत दैनिक भास्कर

