भारत में घुसकर पाकिस्तानी फौज ने बोला हमला, ५ भारतीय जवानों मारे गये
पुंछ सेक्टर में भारतीय सेना की टुकड़ी पर 20 पाकिस्तानी आतंकियों ने हमला किया, इनमें पाकिस्तान सेना के जवान भी शामिल थे।
ये जानकारी रक्षा मंत्री एके एंटनी ने लोकसभा में दिए बयान में दी। पाकिस्तानी सेना के हमले की निंदा करते हुए उन्होंने कहा कि भारतीय सेना लाइन ऑफ कंट्रोल की सुरक्षा के लिए पूरी तरह से तैयार है।�
इससे पहले भारतीय सैनिकों पर पाक सेना के हमले को लेकर मंगलवार को संसद के दोनों सदनों में जोरदार हंगामा हुआ।
लोकसभा में इस मसले पर बोलते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता यशवंत सिन्हा ने कहा कि कांग्रेस को यह साफ करना चाहिए कि वह पाकिस्तान के साथ है या भारत के साथ।
सिन्हा ने कहा, “पाक सैनिक पहले हमारे जवानों का सिर काट कर ले गए और अब भारतीय सीमा में घुसकर हमारे जवानों को मारा है। हमारी फौज को पूरी तरह से असहाय कर दिया गया है।”
उन्होंने कहा कि यह खबर बहुत विचलित करने वाली है। इस मामले पर रक्षा मंत्री को तुरंत बयान देना चाहिए। अब समय आ गया है कि पाकिस्तान को उसी की भाषा में जवाब दिया जाए।
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव ने लोकसभा में कहा कि हमारी धरती पर हमारे ही सैनिकों की हत्या हुई है। यह बहुत दुखद है। अब सरकार को चेत जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान और चीन की साठगांठ है। चीन हिंदुस्तान पर हमले की तैयारी कर रहा है। जबकि पाकिस्तान से हमारी सीमा को खतरा है।
गोली का जवाब गोली से दें: हुसैन
भाजपा नेता शाहनवाज हुसैन ने पाक हमले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि पाकिस्तान को उसी की भाषा में जवाब मिलना चाहिए। गोली का जवाब गोली से देना चाहिए।
शाहनवाज ने कहा, “वो गोली मारते हैं और हम कबूतर उड़ाते हैं। इससे काम नहीं चलेगा। पाकिस्तान को उसकी औकात बताना जरूरी है।”
किसी काम की नहीं सरकार: जोशी
भाजपा सांसद मुरली मनोहर जोशी ने कहा कि पाकिस्तान एक तरफ संबंध सुधारने की बात करता है और दूसरी तरफ घुसपैठ और हिंसा की घटना को अंजाम देता है। अगर सरकार देश की सीमा की रक्षा नहीं कर सकती तो यह किसी काम की नहीं है।
दोस्ती और हिंसा एक साथ नहीं: अब्दुल्ला
केंद्रीय मंत्री फारुख अब्दुल्ला ने कहा कि पिछले कई सालों से पाकिस्तान ऐसी हरकतें कर रहा है। यह कोई नई घटना नहीं है। उन्होंने कहा कि पाक को यह बात समझनी चाहिए कि दोस्ती और हिंसा साथ-साथ नहीं चल सकती। हमारी सेना के सब्र की भी एक सीमा है।