स्वास्थ्य मंत्री द्वारा पत्रकारों को पैसा बांटने के मामले की जांच अख्तियार से कराने की मांग
काठमाण्डू/स्वास्थ्य मंत्री राजेन्द्र महतो द्वारा कुछ पत्रकारों को पैसा बांटे जाने के कथित आरोप की जांच अख्तियार दुरूपयोग अनुसंधान आयोग से कराने की मांग नेपाल पत्रकार महासंघ ने की है। एक राष्ट्रीय अखबार में यह खबर छपने के बाद इसे गंभीरता से लेते हुए नेपाल पत्रकार महासंघ ने विज्ञप्ति जारी करते हुए इस कार्य की भर्त्सना की है। महासंघ ने अपने विज्ञप्ति में कहा है कि मंत्री जैसे गरिमामय पद पर बैठकर राज्य के शक्ति और श्रोत का दुरूपयोग करना अशोभनीय कार्य है। और इससे मंत्री का पदीय मर्यादा का तो उल्लंघन हुआ ही है साथ ही यह पत्रकारों को भ्रष्ट बनाने का काम भी हुआ है।
पत्रकार महासंघ ने स्वास्थ्य मंत्री के इस रवैये की जांच करने के लिए अख्तियार दुरूपयोग अनुसंधान आयोग से गुजारिश की है। महासंघ ने अपने विज्ञप्ति के माध्यम से यह दावा किया है कि स्वास्थ्य मंत्री महतो द्वारा पत्रकारो को दशहरा की शुभकामना के कार्ड के साथ ५००० रूपये से ८ हजार रूपये तक नगद रूपये पत्रकारों को बांटा है।
महासंघ के इस दावे के बावजूद महतो के काफी निकट माने जाने वाले पत्रकार वीरेन्द्र के एम ने इस समाचार पर कडी आपत्ति जताते हुए इसका खण्डन किया है। के एम का कहना है कि महतो हर वर्ष अपने सहयोगी पत्रकारों को शुभकामना स्वरूप कुछ सहयोग राशि देते हैं चाहे वो मंत्री पद पर रहें या नहीं। लेकिन इस समय नेपाल की राष्ट्रीय मीडिया मधेशी मंत्री के खिलाफ अभियान छेडे हुए हैं और यह समाचार उसी पत्रकार ने लिखा है जो कि पिछले समय तक महतो से पैसा मांग के ले जाते थे।
के एम ने अपने फेसबुक स्टेटस में यह भी लिखा है कि यह समाचार लिखने वाले नागरिक के पत्रकार दीपक दाहाल ने तमलोपा के नेता और भौतिक योजना मंत्री से १० हजार और स्वास्थ्य सचिव से १५ हजार रूपये सहयोग लिया है लेकिन महतो द्वारा सिर्फ ५ हजार रूपये देने की वजह से दहाल ने इस समाचार को नागरिक में छपवा दिया है।nepalkikhabar.com