आर्थिक तरलता के कारण नेपाल के उद्योग चरमरा रहे हैं : विष्णु कुमार अग्रवाल

नेपाल उद्योग संघ के अध्यक्ष विष्णु कुमार अग्रवाल ने कहा है कि आर्थिक तरलता के कारण नेपाल के उद्योग चरमरा रहे हैं। चितवन उद्योग संघ की 31वीं आम बैठक में उन्होंने कहा कि वित्तीय तरलता और उच्च ब्याज दरों के कारण उद्योगपति पलायन की स्थिति में पहुंच गए हैं.
उन्होंने कहा, “पिछले तीन वर्षों की तरलता और ब्याज दरों में मौजूदा वृद्धि के कारण उद्योगपतियों का पलायन हुआ है, जिसके परिणामस्वरूप नेपाल के उद्योग दिवालिया होते जा रहे हैं।” उन्होंने कहा कि ब्याज दर जो सात प्रतिशत थी, अब बढ़कर 14 प्रतिशत हो गई है, उन्होंने कहा कि सरकार को इस मुद्दे पर गंभीर होना चाहिए.
उन्होंने कहा कि तरलता की वजह से कारोबारी असामान्य स्थिति में पहुंच गए हैं. उन्होंने कहा कि उन्होंने इस मामले में प्रधानमंत्री, वित्त मंत्री और राज्यपाल से भी बात की है. उन्होंने कहा कि काम को आगे बढ़ाया जाए ताकि नेपाल के उद्योग आयात की जगह ले सकें। उन्होंने कहा, “निर्यात बढ़ाना और आयात को बदलना आज की आवश्यकता है।”
उन्होंने कहा कि आयात को बदलने के लिए उद्योगों को खोलने और उत्पादन बढ़ाने की जरूरत है। नेपाल घरेलु तथा साना उद्योग महासङ्घ के अध्यक्ष उमेश प्रसाद सिंह ने कहा कि अगर यही स्थिति बनी रही तो देश में आर्थिक संकट आ सकता है. उन्होंने कहा कि ब्याज दर बढ़ने से आर्थिक संकट होगा और निवेश का पैसा मिलना मुश्किल होगा. उन्होंने कहा कि निजी क्षेत्र को उद्योगपतियों के पक्ष में आपस में समन्वय स्थापित करना चाहिए।
